Last Updated: Tuesday, December 18, 2012, 00:32

नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में रविवार रात एक बस में अपने पुरुष मित्र के साथ सफर करने वाली 23 वर्षीय पैरा मेडिकल छात्रा के साथ कथित रूप से चार लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया तथा उसकी पिटायी करने के बाद उसे वाहन से बाहर फेंक दिया। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को बस के चालक को गिरफ्तार करने का दावा किया।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बतायाकि जिस बस में लड़की का सामूहिक बलात्कार हुआ, उस बस के चालक राम सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, ‘राम सिंह लड़की से बलात्कार करने वालो में से एक है।’
पीड़िता उत्तराखंड से कोर्स कर रही है तथा अपनी इंटर्नशिप के लिए दिल्ली आई हुई थी। कल रात की घटना के बाद उसे सफदरजंग अस्पताल भर्ती कराया गया जहां उसकी ‘हालत नाजुक’ बतायी गई है।
पुलिस ने आज बताया कि घटना कल देर रात उस समय हुई जब लड़की और उसका पुरुष मित्र रात पौने दस बजे पालम जाने के लिए दक्षिण दिल्ली के मुनीरका से रंगीन शीशे वाली चार्टर्ड बस में सवार हुए। जब दोनों ने विरोध किया तो बस के लोगों ने दोनों पर लोहे की राड से हमला किया। बाद में दोनों को महिपालपुर फ्लाईओवर के पास सड़क पर फेंक दिया गया।
पुलिस ने चार लोगों की पहचान की है जिन्होंने कथित रूप से लड़की के साथ बलात्कार किया। पुलिस ने दो के स्केच तैयार कर लिए हैं। पुलिस ने संदिग्ध बस की सीसीटीवी फुटेज जारी करते हुए जनता से उसका पता लगाने में मदद की अपील की है।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) छाया शर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि लड़की और लड़के ने बस में मौजूद लोगों का मुकाबला किया।
छाया शर्मा ने बताया कि दोनों जिस बस में सवार हुए थे वह नियमित वाणिज्यिक सेवा में नहीं थी। बस के चालक ने दोनों को मुनीरका से बैठाया था। चालक ने दोनों को पालम पहुंचाने के लिए 10-10 रुपये मांगे थे। उन्होंने कहा, ‘जब दोनों बस में चढ़े तो उस समय बस में और लोग भी थे। लड़की के पुरुष मित्र और बस में अन्य लोगों के बीच बहस हुई थी। हम इस घटना में चार लोगों के शामिल होने की पुष्टि कर सकते हैं। उन लोगों ने दोनों की लोहे के राड से बुरी तरह से पिटायी की।’
शर्मा ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि बस में सात लोग थे लेकिन उनमें से चार लोग ही घटना में शामिल थे। उन्होंने बताया कि लड़के और लड़की दोनों का इलाज चल रहा है और पुलिस को पुरुष मित्र से कुछ सुराग मिले हैं।`
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पुलिस को घटना की सूचना तब मिली जब दोनों को महिपालपुर फ्लाईओवर के पास फेंक दिया गया। उन्हें एम्स ले जाया गया जहां से लड़की को सफदरजंग अस्पताल स्थानांतरित कर दिया गया।
हालांकि शर्मा ने लड़की की स्थिति के बारे में कोई चर्चा करने से इनकार कर दिया लेकिन सफदरजंग स्थित अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि उसकी स्थिति ‘नाजुक’ है। चिकित्सकों ने बताया कि लड़की को सिर में चोट के साथ ही चेहरे में भी गंभीर चोटें लगी हैं। उसका आईसीयू में इलाज चल रहा है।
पीड़िता देहरादून के एक कालेज में पढ़ती है और वह इंटर्नशिप के लिए राजधानी दिल्ली आयी हुई थी।
मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा कि उन्हें परिवहन विभाग द्वारा बताया गया है कि बस का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे कि ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं हो।
इस घटना पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा ने कहा, ‘इस तरह की घटनाएं दिल्ली में बढ़ रही हैं। पुलिस और सरकार को वास्तव में सतर्क रहना चाहिए। हम इसकी जांच कराएंगे और यह भी पता लगाएंगे कि पुलिस ने अब तक इसमें क्या कार्रवाई की है।’
दिल्ली की महिला एवं बाल विकास मंत्री किरन वालिया ने घटना को ‘चौंकाने वाली’ करार देते हुए कहा कि सरकार बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाने पर गंभीरता से कार्य करेगी।
उन्होंने कहा, ‘यह चौंकाने वाली घटना है। मैं आशा करती हूं कि दोषियों को इस घृणित कार्य के लिए सजा मिलेगी।’
भाजपा प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने दिल्ली सरकार पर कानून एवं व्यवस्था के मामले को ‘लापरवाही’ से निपटने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं नियमित रूप से घटित होती हैं लेकिन इसे ना तो गृह मंत्रालय गंभीरता से लेता है ना ही पुलिस। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 18, 2012, 00:31