Last Updated: Saturday, January 19, 2013, 00:12
नई दिल्ली : दिल्ली में 16 दिसंबर की रात चलती बस में हुई सामूहिक बलात्कार की घिनौनी वारदात की पीड़िता की मदद करने में पीसीआर वाहनों की कथित कोताही की जांच के लिए गठित एक समिति ने पाया कि पुलिस की प्रतिक्रिया में खामी थी और कई बार जुर्माने के बाद भी संबंधित बस के परिचालन को रोकने में पुलिस नाकाम रही।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव वीना कुमारी मीणा की जांच में कहा गया है कि मदद के लिए काल मिलने पर पीसीआर वैनों ने जवाब दिया, लेकिन वह कम समय में वहां पहुंच सकती थीं और पीड़ितों को लेकर शीघ्र अस्पताल पहुंच सकती थीं। जांच में पाया गया कि दिल्ली पुलिस और परिवहन विभाग बस का परमिट रद्द करने या बस को जब्त करने में नाकाम रहे, जबकि इस बस ने कई बार नियमों का उल्लंघन किया और इसका कई बार चालान हुआ था। यह जांच रिपोर्ट केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह को सौंप दी गई। (एजेंसी)
First Published: Saturday, January 19, 2013, 00:12