Last Updated: Friday, March 15, 2013, 22:49
नई दिल्ली : सीबीआई ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस 1984 के सिख विरोधी दंगों के मुख्य दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने में असफल रही और उसने आरोपियों को बचाने का प्रयास किया। मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार कुछ अन्य लोगों के साथ यहां एक अदालत में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।
सीबीआई की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता आर एस चीमा ने अंतिम बहस जारी रखते हुए जिला न्यायाधीश जे आर आर्यन को बताया कि मामले में बचाव पक्ष के गवाहों के तौर पर बयान देने वाले दिल्ली पुलिस के दो अधिकारी ‘भरोसेमंद’ नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ‘दिल्ली पुलिस ने जो भी कार्रवाई की वह सिखों की मदद करने वालों के खिलाफ की। पुलिस ने मुख्य दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। दंगों के दौरान कोई पुलिसकर्मी शिकायत दर्ज नहीं कर रहा था। वह पीड़ितों की मदद नहीं कर रहे थे। वह आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहे थे।’
सज्जन कुमार पांच अन्य लोगों बलवान खोक्कर, किशन खोक्कर, महेन्द्र यादव, गिरधारी लाल और कैप्टन भागमल के साथ दिल्ली छावनी इलाके में सिख समुदाय के खिलाफ भीड़ को भड़काने के आरोपों में मुकदमे का सामना कर रहे हैं। यह मामला 31 अक्तूबर को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़के सिख विरोधी दंगों से जुड़ा है। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 15, 2013, 22:49