दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में भूकंप के झटके

दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में भूकंप के झटके

नई दिल्ली : उत्तर भारत, गुजरात, असम, अरूणाचल एवं ओड़िशा में मंगलवार को भूकंप के कई झटके महसूस किये गये तथा इस वजह से भूस्खलन के कारण एक बच्चे की मौत हो गई। भूकंप के कारण लोग घबराहट में अपने घरों एवं कार्यालयों से बाहर निकल आये।

मौसम विभाग ने बताया कि शाम चार बजकर 14 मिनट पर आये इस भूकंप की तीव्रता 7.8 थी। भूकंप का केन्द्र पाकिस्तान-ईरान सीमा पर था।

भूकंप के झटके दिल्ली, गुडगांव, जयपुर, चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा में भी महसूस किये गये। राष्ट्रीय राजधानी की गगनचुंबी इमारतों में लोग इस वजह से घबराहट में बाहर आते देखे गये।

दिल्ली में चार्टर्ड एकाउंटेंट प्रिया देव ने कहा कि मैं कनाट प्लेस में अपने कार्यालय के भीतर थी। मुझे लगा कि कुर्सी हिल रही है और मैं कार्यालय के बाहर भागी। भूकंप के कारण जानमाल की हानि की फिलहाल कोई सूचना नहीं मिली है।

राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में भी हल्के झटके महसूस किये गये लेकिन किसी तरह के नुकसान की जानकारी नहीं मिली है। जयपुर में पुलिस नियंत्रण कक्ष ने बताया कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से झटके महसूस किये जाने की खबर मिली है लेकिन अभी जानमाल की हानि की कोई जानकारी नहीं मिली है।

गुजरात के पश्चिमी, मध्य एवं दक्षिणी हिस्सों में भी झटके महसूस किये गये। गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उप निदेशक बिरजू पटेल ने बताया कि नुकसान होने की फिलहाल कोई रिपोर्ट नहीं मिली हैं।

इससे पूर्व मंगलवार दोपहर दो बजकर चार मिनट पर अरूणाचल प्रदेश में मध्यम तीव्रता वाले झटके महसूस किये गये। भूकंप का केन्द्र अरूणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा पर था जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर पांच थी।

असम में भूकंप के कारण भूस्खलन से आठ साल के एक बच्चे की मौत हो गयी। राज्य में दो बार भूकंप के झटके महसूस किये गये। पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों एवं ओड़िशा में भी झटके महसूस किये गये।

दिल्ली में पिछली बार भूकंप के झटके गत वर्ष 19 जून को महसूस किये गये थे। उस दिन 3.8 तीव्रता वाला भूकंप आया था जिसका केन्द्र हरियाणा के झज्जर में था।

पिछले वर्ष पांच मार्च को हरियाणा के बहादुरगढ़ में 4.9 तीव्रता का भूकंप आया था जिसके झटके राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में महसूस किये गये थे।

भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण द्वारा भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों के बारे में बनाये गये नक्शे के अनुसार दिल्ली उन 30 शहरों में शामिल है जिन्हें जोन चार में रखा गया है। इस जोन को भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील माना जाता है। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, April 16, 2013, 19:03

comments powered by Disqus