Last Updated: Tuesday, November 27, 2012, 17:15
नई दिल्ली : सरकार ने आज माना कि सामाजिक क्षेत्र में बड़ी राशि खर्च किए जाने के बावजूद दुनिया में कुपोषण पीड़ित सर्वाधिक बच्चे भारत में पाए जाते हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अबू हसम खान चौधरी ने आज राज्यसभा को बताया कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस 2005-06) के अनुसार, पांच वर्ष से कम उम्र के 43 फीसदी बच्चों का वजन सामान्य से कम है।
चौधरी ने बताया कि पांच साल से कम उम्र के, सामान्य से कम वजन वाले बच्चों की संख्या बांग्लादेश में 41.3 फीसदी, नेपाल में 29.1 फीसदी, म्यामां में 22.6 फीसदी और पाकिस्तान में 30.9 फीसदी है।
उन्होंने परिमल नथवानी के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि ब्रिटेन में ऐसे बच्चों की संख्या 1.9 फीसदी, अमेरिका में 1.3 फीसदी, जर्मनी में 1.1 फीसदी और चीन में 3.4 फीसदी है।
चौधरी ने बताया कि सरकार ने देश में कुपोषण के मुद्दे को उच्च प्राथमिकता दी है और राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) तथा इसके अंतर्गत आने वाले प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बच्चों में कुपोषण के इलाज के लिए कई कदम उठाए गए हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 27, 2012, 17:15