Last Updated: Tuesday, December 13, 2011, 08:31
नई दिल्ली : कैंसर, कार्डियोवेस्कुलर समस्याओं, मधुमेह और आघात का शुरुआती अवस्था में पता लगाने और समय रहते उनका इलाज करने के लिए सरकार ने अगले पांच साल में देश की पूरी आबादी की स्वास्थ्य जांच करने की योजना बनाई है।
राज्यसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद ने बताया कि कैंसर, कार्डियोवेस्कुलर बीमारियों, मधुमेह और आघात का शुरुआती अवस्था में पता लगाने और उनकी रोकथाम के लिए 21 राज्यों के 100 जिलों में पायलट परियोजना चलाई जाएगी।
उन्होंने द्रमुक के तिरूचि शिवा के पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि भारत अगले पांच साल में पूरी आबादी की स्वास्थ्य जांच करने वाला दुनिया का पहला देश होगा। आजाद ने बताया कि पायलट परियोजना के तहत सरकार ने स्वास्थ्य जांच के लिए आवश्यक उपकरण और मानव संसाधन मुहैया कराए हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के नवीनतम अनुमानों के अनुसार, देश में करीब 27 लाख लोग कैंसर से पीड़ित हैं। हर साल 11 लाख नए मामले जुड़ जाते हैं और करीब पांच लाख लोग हर साल इस बीमारी के कारण मौत के मुंह में चले जाते हैं।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 14, 2011, 11:07