Last Updated: Friday, March 8, 2013, 18:42
नई दिल्ली: देश के हर व्यक्ति पर 14,687 रूपये का विदेशी कर्ज है और दुनिया के 20 शीर्ष ऋणग्रस्त विकासशील देशों में भारत का चौथा स्थान है।
लोकसभा में जयप्रकाश अग्रवाल के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में वित्त राज्य मंत्री नमो नारायण मीण ने यह जानकारी दी।
मंत्री ने कहा कि सितंबर 2012 तक भारत का कुल विदेशी ऋण 3653.15 करोड़ डालर था। समस्त विदेशी ऋण स्टाक के संदर्भ में दुनिया के शीर्ष ऋणग्रस्त विकासशील देशों में भारत का चौथा स्थान है। और 2011-12 में प्रति व्यक्ति विदेशी रिण 14,687 रूपये था।
उन्होंने कहा कि भारत द्वारा अपनायी गई विदेोश ऋण प्रबंधन नीति में दीर्घकालिक एवं अल्पकालिक ऋण की निगरानी, गारंटीकृत ऋण जुटाने, विदेशी वाणिज्यिक उधारों को विनियमित करने और व्याज दरां को युक्तिसंगत बनाने पर जोर दिया गया है। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 8, 2013, 18:42