देश को चला रहे दो बॉस, असली कौन पता नहीं: मोदी

देश को चला रहे दो बॉस, असली कौन पता नहीं: मोदी

देश को चला रहे दो बॉस, असली कौन पता नहीं: मोदीपठानकोट : एक तरह से वर्ष 2014 के चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अभियान की शुरुआत करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि देश में दो बॉस है और हम नहीं जानते कि इनमें वास्तविक कौन है। उनका इशारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ओर था।

इस माह के प्रारंभ में भाजपा की प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष बनाए जाने के बाद अपनी पहली जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने लोगों से कांग्रेस की अगुवाई वाली संप्रग सरकार से मुक्ति पाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि देश संप्रग को अब और सत्ता में बर्दाश्त नहीं कर सकता।

उन्होंने जम्मू कश्मीर पंजाब सीमा पर स्थित इस शहर में संकल्प रैली में कहा, ‘आपका भविष्य उसके हाथों में सुरक्षित नहीं है। हम अपने युवकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते।’ इस संकल्प रैली का आयोजन जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 60 वीं पुण्यतिथि के अवसर यहां आयोजित की गयी थी।

एक ही तंत्र में दो प्रधान के खिलाफ मुखर्जी के नारे का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि आज भी बिल्कुल ऐसी ही स्थिति है। उन्होंने कहा, ‘देश में दो बॉस है और हम नहीं जानते कि इनमें वास्तविक कौन है।’ उन्होंने कहा, ‘इन दोनों से देश को मुक्त कराने का बिल्कुल ही हमारा सपना होना चाहिए।’

मोदी ने कहा, ‘यह पहचानना कठिन हो गया कि कौन देश चला रहा है।’उनका इशारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ओर था।

डॉलर के मुकाबले रुपए के तेजी से अवमूल्यन पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस रुपए से प्रतिस्पर्धा कर रही है कि कौन ज्यादा गिर सकता है। उन्होंने संप्रग सरकार पर उसकी कश्मीर नीति, अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर हमला किया और कहा कि वह सभी मोर्चे पर विफल है।

मोदी ने कश्मीरियों के जख्मों को भरने और राज्य के विकास के लिए युवाओं को राष्ट्रीय मुख्यधारा में लाने की जरूरत बतायी।

अपने आलोचकों की ओर से अक्सर विभाजनकारी व्यक्तित्व बताये जाने वाले मोदी ने अपने आप को ऐसा नेता बताने की कोशिश की जो लोगों को जोड़ता हो। उन्होंने कहा कि वह दलों को साथ लाने और दिलों को जोड़ने के लिए काम करेंगे। मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए कहा कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो उनके अधूरे कार्य को पूरा किया जायेगा।

उन्होंने ने कहा, ‘वाजपेयी ने कश्मीर का दिल प्यार, मोहब्बत और बातचीत के जरिये जीतने का प्रयास किया था। अगर वह 2004 में सत्ता में आते तो वह अपनी कश्मीर नीति में सफल होते।’ मोदी ने कहा कि कश्मीरी युवा विकास और प्रगति करना चाहता है और उन्हें राष्ट्रीय मुख्यधारा में लाने की जरूरत है।

गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कश्मीर घाटी के युवा विकास का हिस्सा बनना चाहते हैं। बंदूक खून बहा सकती है लेकिन यह किसी का भला नहीं कर सकती।

मोदी ने कहा, ‘अटल बिहारी वाजपेयी ने कश्मीर मुद्दे के समाधान की दिशा में अहम प्रयास किया। यदि वर्ष 2004 में राजग की सरकार बनती, कश्मीर मुद्दे का हल हो जाता। कश्मीरी पंडितों को इंसाफ मिलता। जम्मू कश्मीर के युवकों को रोजगार मिलता और राज्य ने विकास का मुंह देखा होता।’(एजेंसी)

First Published: Sunday, June 23, 2013, 15:49

comments powered by Disqus