Last Updated: Thursday, January 5, 2012, 07:51
मुंबई: देश की पहली ऑनलाइन ब्रेल लाइब्रेरी की शुरुआत के साथ ही नेत्रहीन लोग अब महज एक क्लिक के जरिए बहुभाषीय शैक्षणिक किताबों का लाभ उठा सकेंगे।
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारित मंत्री मुकुल वासनिक ने लुई ब्रेल की जयंती पर नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हैंडिकैप्ड के द्वारा उपनगर बांद्रा में बुधवार को आयोजित एक कार्यक्रम में इसे लांच किया।
एनआईवीएच की निदेशक अनुराधा मोहित ने कहा कि इस पुस्तकालय में 10 विभिन्न भाषाओं की करीब 12,000 किताबों को यूजर फ्रेंडली फार्मेट में उपलब्ध कराया गया है। यह सुविधा नेत्रहीन लोगों के लिए शिक्षा को और आसान बनाएगी।
वासनिक ने कहा कि इस ऑनलाइन पुस्तकालय को विभिन्न कॉलजों और विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे नेत्रहीन छात्रों को समर्पित किया गया है। इस सुविधा के जरिए पुस्तकालय सूचना तकनीकी से लेकर साहित्य विषय के छात्रों की जरूरतों को पूरा करेगा।
इस अवसर पर मंत्री ने शहर में स्थित नेशनल एसोसिएशन फॉर ब्लाइंड में दुग्गांजी ब्रेल प्रेस में ब्रेल लिपी में बने श्रीमद् भागवत महापुराण और कुरान का विमोचन भी किया।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, January 5, 2012, 13:21