देश से निरक्षरता मिटाना जरूरी : हामिद अंसारी

देश से निरक्षरता मिटाना जरूरी : हामिद अंसारी

देश से निरक्षरता मिटाना जरूरी : हामिद अंसारीलखनऊ : उत्तर प्रदेश में शुक्रवार से शुरू हुए भारत साक्षरता महोत्सव में हिस्सा लेने पहुंचे उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि विश्व के सर्वाधिक निरक्षर हमारे देश में हैं और इस समस्या को मिटाने की आवश्यकता है। इस मौके पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और केंद्रीय मानव संसाधन विकास कपिल सिब्बल ने भी अपने विचार रखे और दोनों ने साक्षरता दर आगे बढ़ाने के लिए काम करने का संकल्प लिया।

अंसारी ने भारत साक्षरता महोत्सव को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब देश आजाद हुआ था, तब साक्षरता दर मात्र 12 फीसदी थी। लेकिन उन्हीं 12 फीसदी लोगों ने दुनिया को ज्ञान दिया था।
अंसारी ने कहा कि साक्षरता मिशन का मुख्य उद्देश्य अल्पसंख्यकों और दलितों को साक्षर करना है और इस मकसद में सफल हुए बिना साक्षरता दर हासिल नहीं की जा सकती। उपराष्ट्रपति ने कहा कि समाज के छोटे तबकों तक शिक्षा का अलख जगाना सबसे कठिन चुनौती है, और यदि इस चुनौती में हम सफल हो जाते हैं तो आने वाले समय में हमारा देश एक महान देश के रूप में गिना जाएगा।

अंसारी ने कहा कि इस महोत्सव को सफल बनाने के लिए सभी को एकसाथ मिलकर काम करना होगा और समाज के दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के शिक्षा स्तर को ऊपर उठाना होगा। उन्होंने अपनी इस यात्रा पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश आना घर जैसा है और नवाबों की नगरी लखनऊ आक र तो यात्रा में चार चांद लग गया है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उप्र की सामजवादी सरकार साक्षरता दर को आगे बढ़ाने के लिए हर सम्भव प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि सूबे में सपा सरकार बनने के बाद से ही गरीबों की शिक्षा के लिए कई कदम उठाए गए हैं। इससे पहले केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्ब्ल ने कहा कि देश में महिलाओं और पुरुषों के बीच साक्षारता दर के अंतर को दूर करना सरकार का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि देश में पुरुषों की साक्षरता दर 84 फीसदी है, जबकि महिलाओं की साक्षरता दर 65 फीसदी है। (एजेंसी)

First Published: Saturday, September 8, 2012, 17:26

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