Last Updated: Monday, February 25, 2013, 16:41
ज़ी न्यूज ब्यूरोनई दिल्ली: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और पूर्व न्यायधीश जस्टिस मार्केंडेय काटजू का लेख पाकिस्तान के अखबार में छपने से एक बार फिर सियासी घमासान छिड़ गया है। काटजू का लेख पाकिस्तानी अखबार ए एक्सप्रेस ट्रिब्यून में छपा है। शीर्षक दिया गया है, मोदी और 2002 का नरसंहार।
काटजू ने पाकिस्तान में छपे अपने लेख में गोधरा कांड के बाद भड़के दंगे में अल्पसख्यकों की मौत पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने यह लिखा है कि सुप्रीम कोर्ट के एक पूर्व जज ने यह दावा किया था कि गुजरात में हुए 2002 दंगे के बारे में अगर वहां के लोग उसके खिलाफ बोलते है तो वह हमले का शिकार हो जाएंगे।
काटजू ने अपने लेख में लिखा है कि मोदी को भारत के मुसलमान पसंद नहीं करते हैं लेकिन उन्हें भारत के प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर पेश किया जा रहा है। काटजू ने यह भी लिखा है कि गुजरात में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भय के माहौल में रहते हैं।
उन्होंने यह बात भी कही है कि 2002 के दंगों के बाद गुजरात का मुसलमान खौफ में जीता है कि अगर वह सरकार के खिलाफ कुछ भी बोलेगा तो उसकी जान चली जाएगी। काटजू के मुताबिक देश में रहनेवाले 200 मिलियन मुसलमान मोदी के खिलाफ है।
गौरतलब है कि एक लेख पहले भारत के एक समाचार पत्र में छपा था जिसमें काटजू ने मोदी की तुलना कथित रूप से हिटलर से की थी। पाकिस्तान में लेख छपने के बाद काटजू फिर भाजपा के निशाने पर आ गए हैं। भाजपा सांसद बलबीर पुंज ने इसे राष्ट्रविरोधी करार दिया है। पुंज ने कहा कि काटजू पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं।
First Published: Monday, February 25, 2013, 16:41