Last Updated: Monday, September 3, 2012, 22:23

नई दिल्ली : संसाधन की कमी का सामना कर रहा रक्षा मंत्रालय अगले महीने बड़े रक्षा परियोजनाओं की समीक्षा करेगा। इन परियोजनाओं में 126 लड़ाकू विमान और उत्तरपूर्व क्षेत्र में पर्वतीय लड़ाकू दस्ते के विकास से संबंधी योजनाएं शामिल हैं।
सरकारी सूत्रों ने कहा कि यह समीक्षा इस वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही के अंत में अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन के मूल्यांकन के बाद की जाएगी।
रक्षा मंत्रालय को इस वित्तीय वर्ष के लिए 1.93 लाख करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं लेकिन उसने अपने पूंजीगत आवश्यकताओं के लिए 40,000 करोड़ से ज्यादा के अतिरिक्त निधि की मांग की थी।
सूत्रों का कहना है कि धन की कमी से सेना के चीन की सीमा पर पर्वतीय लड़ाकू दस्ते के विकास की योजना भी प्रभावित हो सकती है। 64,000 करोड़ रुपए की प्रस्तावित परियोजना के तहत इस दस्ते के विकास की योजना बनाई गई थी।
हाल के समय में सैन्य सेवाओं को भी उनकी खरीद को लेकर प्राथमिकता तय करने और अधिग्रहण में दोहराव से बचने के लिए कहा गया है।
वहीं बड़े रक्षा आपूर्ति कार्यक्रमों में 126 लड़ाकू विमान, हवा में ईंधन भरने वाले छह टैंकरों का लगभग दो अरब अमेरिकी डॉलर का सौदा, छह अतिरिक्त सी-130जे सुपर हरक्यूलिस विमान से संबंधित सौदे शामिल हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 3, 2012, 22:23