Last Updated: Saturday, September 29, 2012, 22:11

नई दिल्ली : कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भाजपा के ‘धर्मनिरपेक्षता के लिए प्रतिबद्धता’ जताने की आलोचना की और कहा कि कोई भी इस पर तब तक विश्वास नहीं करेगा जब तक गुजरात दंगे के लिए नरेन्द्र मोदी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती और बाबरी मस्जिद विध्वंस मुद्दे पर लालकृष्ण आडवाणी एवं अन्य अपनी गलतियां स्वीकार नहीं करते।
सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘क्या लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती अदालत में बाबरी मस्जिद विध्वंस का अपराध स्वीकार करने को तैयार हैं? अगर वे इसे स्वीकार करते हैं तो स्वीकार किया जाएगा कि सांप्रदायिक सौहार्द्र की उनकी बात में कोई दम है। पहले उन्हें अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘दूसरी बात जब तक 2002 के गुजरात दंगों में निर्दोष मुस्लिमों के खिलाफ खुलेआम भागीदारी करने वाले राज्य के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ भाजपा कार्रवाई नहीं करती तब तक सांप्रदायिक सौहार्द्र की उनकी बात पर कोई भी विश्वास नहीं करेगा।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 29, 2012, 22:11