धर्मनिरपेक्षता का कंबल ओढ़, वोटों को घी की तरह पी जाना चाहती है कांग्रेस : भाजपा

धर्मनिरपेक्षता का कंबल ओढ़, वोटों को घी की तरह पी जाना चाहती है कांग्रेस : भाजपा

धर्मनिरपेक्षता का कंबल ओढ़, वोटों को घी की तरह पी जाना चाहती है कांग्रेस : भाजपानई दिल्ली : भाजपा चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र मोदी की ‘बुर्का’ और ‘पपी’ संबंधी टिप्पणियों से उठे विवाद के बीच पार्टी ने मंगलवार को कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह ‘धर्मनिरपेक्षता का कंबल’ ओढ़ कर गुप-चुप तरीके से ‘घी की तरह’ वोटों को पी जाना चाहती है। लेकिन पार्टी मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने और सुशासन को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाने से भटकाने की उसकी रणनीति को सफल नहीं होने देगी।

पार्टी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने यहां कहा, ‘कांग्रेस धर्मनिरपेक्षता का कंबल ओढ़ कर घी की तरह वोटों को पी जाना चाहती है। लेकिन 13000 दंगों के लिए देश के अल्पसंख्यक उसे कभी माफ नहीं करेंगे।’

यह पूछे जाने पर कि क्या ‘कंबल’ शब्द का प्रयोग किया जाना मोदी द्वारा इस्तेमाल किए गए ‘बुर्का’ शब्द से पीछे हटना है, उन्होंने इतना भर कहा कि अब कंबल शब्द का ही प्रयोग कीजिए।

शाहनवाज ने हालांकि मोदी का बचाव करते हुए कहा कि 2002 के गुजरात दंगो के लिए हमने बहुत गाली सुनी लेकिन उसके बाद आज तक वहां जो सुकून और शांति है उसके लिए ताली भी बजाई जानी चाहिए।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा, सत्तारूढ़ दल चुनाव का एजेंडा बदलना चाहता है लेकिन जनता ऐसा नहीं करने देगी। आजादी के बाद कांग्रेस के शासन में 13,000 से अधिक दंगे हुए हैं और जनता उसका हिसाब लेगी।

उन्होंने कहा कि भाजपा वोट पाने के लिए किसी खास समुदाय को आकषिर्त करने की रणनीति नहीं अपनाती है। हम सबको एक चश्मे से देखते हैं। हम चींटी से लेकर हाथी तक की समान चिंता करते हैं।

साथ ही उन्होंने सफाई दी कि उनकी चींटी और हाथी की बात को किसी समुदाय से नहीं जोड़ा जाए और इसे सिर्फ एक मुहावरे के रूप में लिया जाए। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, July 16, 2013, 19:58

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