Last Updated: Wednesday, August 28, 2013, 21:07

नई दिल्ली : जन्माष्टमी के पावन पर्व पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा सहित पूरे देश में कृष्णभक्तों ने ‘नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की’ गाते बजाते अपने आराध्य का जन्मोत्सव मनाया।
इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग सजे धजे मंदिरों में कान्हा के दर्शन करने और बाल गोपाल को झूला झुलाने पहुंचे। कन्हैया के जन्मदिन के मौके पर बिड़ला मंदिर, इस्कॉन और अन्य मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया गया। इस दौरान सभी मंदिरों में बंसी बजैया के विभिन्न रूपों और उनकी जीवन कथा को झांकियों के माध्यम से दर्शाया गया। इस दौरान भगवान विष्णु के अवतार की कहानी और ‘श्रीमद् भगवद् गीता’ के श्लोकों का पाठ किया।
पार्थसारथी के जन्मोत्सव की शुरूआत श्रद्धालुओं ने व्रत के साथ की। पूरे दिन व्रती रहने के बाद मध्य रात्रि में कृष्ण लला के जन्म के उपरांत उनकी पूजा करके भोग एवं प्रसाद ग्रहण करने का विधान है। शहर के विभिन्न इलाकों में यशोदा के लाल की बाल लीला और अन्य कलाओं पर आधारित नाटकों, नृत्य नटिकाओं और सांस्कृतिक तथा धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। राजधानी के सभी बाजार आज त्योहार के रंगों में रंगे नजर आए।
ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित इस्कॉन मंदिर और मध्य दिल्ली स्थित बिड़ला मंदिर में सुबह से ही बांके बिहारी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगने लगी। त्योहार के मौके पर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। कान्हा की जन्मस्थली मथुरा सहित वृंदावन, नंदगांव, महाबन और बलदेव के मुख्य मंदिरों में दर्शन के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। लोगों ने गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा भी की। मंत्रोचारण के बीच भगवान कृष्ण का दूध, दही, मधु, घी और खंडसारी से अभिषेक किया गया।
मुंबई में ‘दही हांडी’ के लिए हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर जमा हुए और खूब मटकियां फोड़ीं। राजधानी दिल्ली के कुछ इलाकों में भी युवकों ने ‘दही हांडी’ कार्यक्रम का भी आयोजन किया। इसमें स्थानीय युवक माखन चोर की तरह कुछ भी करके माखन की हांडी तक पहुंचते हैं और जो दल सफलतापूर्वक माखन की हांडी फोड़ता है उसे कई तरह के इनाम दिए जाते हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 28, 2013, 21:07