Last Updated: Sunday, January 27, 2013, 19:10

जयपुर : अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति एवं अनूसूचित जनजाति समूहों के बाद अब एक मुस्लिम संगठन ने रविवार को प्रख्यात समाजशास्त्री आशीष नंदी की यहां चल रहे साहित्य उत्सव में की गई विवादास्पद टिप्पणी की आलोचना की।
नव गठित अजमत ए रसूल फाउंडेशन ने यहां आरोप लगाया कि लेखक ने ओबीसी, एससी एवं एसटी लोगों को ‘सबसे ज्यादा भ्रष्ट’ होने का जो कथित बयान दिया था, उसमें मुस्लिम समुदाय पर ‘परोक्ष हमला’ किया गया।
फाउंडेशन के पैकर फारूख ने कहा,‘नंदी ने अजा, अजजा एवं ओबीसी के खिलाफ टिप्प्णी की है। कई अल्पसंख्यक ओबीसी के तहत आते हैं लिहाजा यह अल्पसंख्यकों पर परोक्ष हमला है।’
उन्होंने नंदी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई मांग की और धमकी दी कि वे शाम को प्रदर्शन करेंगे।
फारूक ने कहा, ‘नंदी का बयान पूरी तरह से भर्त्सना के योग्य है। उन्होंने जानबूझ कर अजा एवं अजजा और ओबीसी लोगों की भावनाओं को यह कहकर आहत किया कि वे सबसे ज्यादा भ्रष्ट हैं। हम अजा एवं अजजा के लोगों द्वारा उनके खिलाफ विरोध का समर्थन करते हैं।’
उन्होंने आरोप लगाया कि यह उत्सव पश्चिमी संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है तथा पश्चिमी एवं कापरेरेट जगत के एजेंडे को लागू कर रहा है।
फारूक ने कहा,‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर किसी समुदाय पर हमला करने या भावनाएं आहत करने की छूट नहीं दी जा सकती है। लेकिन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर लेखक एवं आयोग बार बार कानून का उल्लंघन कर रहे हैं।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 27, 2013, 19:10