Last Updated: Thursday, August 15, 2013, 19:18

नई दिल्ली : नरेंद्र मोदी पर वस्तुत: निशाना साधते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस जैसे दिन नेताओं को एक-दूसरे की आलोचना नहीं करनी चाहिए। मोदी के आज के आक्रामक अंदाज पर आडवाणी ने अपने लहजे में नसीहत दी। गौरतलब है कि भुज में स्वतंत्रता दिवस पर दिए गए अपने भाषण में मोदी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की आलोचना की।
उन्होंने कहा कि मैंने आज प्रधानमंत्री को सुना। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज किसी की भी आलोचना किए बिना हम सबको महसूस करना चाहिए कि भारत के पास भविष्य के लिए असीमित क्षमता है। आडवाणी अपने आवास पर राष्ट्रीय ध्वज को फहराने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। इससे कुछ समय पहले ही गुजरात के मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भुज में एक कार्यक्रम को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर हमला किया। भाजपा संसदीय दल के प्रमुख आडवाणी ने भविष्य के बारे में आशावादी नजरिया अपनाया।
आडवाणी ने कहा कि भारत में भविष्य के लिए असीमित क्षमता है। यह पिछला दशक जैसा प्रधानमंत्री ने आज कहा कि वह 2014 में समाप्त हो जाएगा। उन्होंने इस दशक की उपलब्धियों और कमियों को गिनाया है। हमें 2014 से शुरू हो रहे नए दशक को भारत के इतिहास में अभूतपूर्व बनाने के लिए चिंतित होना चाहिए। हमें जितना हो सके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहिए। काला धन पर पुस्तक के बारे में आडवाणी ने कहा, ‘पुस्तक का विषय है कि यद्यपि पूंजीवाद अच्छा है लेकिन अगर आचार और नैतिकता को दरकिनार कर दिया जाए और लोग भ्रष्टाचार में शामिल हो जाएं तो यह पूंजीवाद को बदनाम करता है।’
आडवाणी ने जोर दिया कि लोगों को ऐसा काम करना चाहिए कि कोई उन पर ऊंगली नहीं उठाए। देश को 21 वीं सदी को भारत की सदी बनाने का प्रयास करना चाहिए जहां दुनिया स्वीकार करे कि इस देश के साथ कोई तुलना नहीं की जा सकती।
First Published: Thursday, August 15, 2013, 19:18