Last Updated: Thursday, July 25, 2013, 11:09

वाशिंगटन: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को वीजा देने के मसले पर भारत में पैदा हुए विवाद के बीच अमेरिका ने आज इस सवाल पर कोई भी ठोस जवाब देने से इंकार कर दिया कि क्या मोदी को अमेरिका यात्रा की अनुमति दी जाएगी ?
अमेरिकी विदेश विभाग इन सवालों के जवाब भी टाल गया कि यदि मोदी प्रधानमंत्री बन जाते हैं तो अमेरिका क्या करेगा? विदेश विभाग ने कहा कि वीजा आवेदन के लिए मोदी का स्वागत है , जिस पर विचार किया जाएगा लेकिन उसकी नीति बदली नहीं है ।
विदेश विभाग की प्रवक्ता जेन पेसाकी ने अपनी नियमित न्यूज ब्रीफिंग में संवाददाताओं से कहा, ‘ यदि मुख्यमंत्री मोदी वीजा के लिए आवेदन करते हैं , उनके आवेदन पर यह तय करने के लिए विचार किया जाएगा कि वह अमेरिकी आव्रजन कानून और नीति के अनुसार वीजा के लिए योग्यता रखते हैं या नहीं । ’
मोदी को वीजा दिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘ इस मामले में हमारी नीति बदली नहीं है ।’ अमेरिका को गुजरात का मुख्यमंत्री रहने के दौरान प्रदेश में वर्ष 2002 में गोधरा कांड के बाद भड़के दंगों में मानवाधिकारों के हनन को लेकर , मोदी को वीजा देने में आपत्ति है ।
एक भारतीय संवाददाता ने पेसाकी से भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह द्वारा अमेरिका में मोदी को वीजा दिए जाने को लेकर चलाए जा रहे अभियान और संप्रग सरकार की अलोकप्रियता तथा मोदी के प्रधानमंत्री बनने की संभावना को लेकर सवाल किए । इस पर पेसाकी ने कहा, ‘ कई प्रकार की अटकलें लगायी जा रही हैं । हम लोकतांत्रिक चुनावों को प्रोत्साहित करते हैं । हम किसी का पक्ष नहीं लेते । हम इस पर करीब से नजर रख रहे हैं ।’
विदेश विभाग की टिप्पणी ऐसे समय में आयी है , जब 65 सांसदों द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को पत्र लिखे जाने को लेकर एक नया विवाद पैदा हो चुका है । समझा जाता है कि इन सांसदों ने ओबामा को पत्र लिखकर अमेरिकी प्रशासन से मोदी को वीजा नहीं देने की मौजूदा नीति को बनाए रखने की अपील की है ।
बताया जाता है कि लेाकसभा के 40 और राज्यसभा के 25 सांसदों ने वीजा मुद्दे पर ओबामा को पत्र लिखा है । भाजपा ने इस मामले में जांच की मांग की है । (एजेंसी)
First Published: Thursday, July 25, 2013, 10:24