Last Updated: Saturday, February 9, 2013, 00:49

मुंबई/नई दिल्ली : महाराष्ट्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि कथित घृणा फैलाने वाले बयान पर विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) नेता प्रवीण तोगडिया को गिरफ्तार करने का निर्णय नांदेड पुलिस को करना है जबकि भाजपा ने अकबरूद्दीन ओवैसी को गिरफ्तार करने की तुलना इस मामले से करने के प्रयास के प्रति सचेत किया है।
विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के फायरब्रांड नेता प्रवीण तोगडि़या ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ आंध्रप्रदेश और महाराष्ट्र में मामला दर्ज कराना ‘वोट लोलुप राजनीतिक नेताओं’ की कई राज्यों में चुनाव और लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें कानूनी वाद में फंसाने की मंशा है।
तोगडि़या ने अपने बयान में कहा कि ‘दुर्भावना से प्रेरित मामलों में मुझे फंसाने के सतत राजनीतिक प्रयास किये जा रहे हैं ताकि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण समेत हिन्दुओं से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों से देश का ध्यान बांटा जा सके। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के नेता प्रवीण तोगडिया के खिलाफ कथित घृणा फैलाने वाले बयान पर कार्रवाई करने में देरी के आरोपों को खारिज करते हुए महाराष्ट्र के गृह मंत्री आरआर पाटिल ने आज कहा कि नांदेड के पुलिस अधीक्षक ने भाषण में आपत्तिजनक बातें पाए जाने के बाद मामला दर्ज किया।
पाटिल ने संवाददाताओं से कहा कि हमने उनके खिलाफ आगे कार्रवाई के लिए कानूनी सलाह मांगी है। हम कानूनी सलाह लेना चाहते हैं क्योंकि हम किसी की भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को खत्म नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जब भी घृणा फैलाने वाले भाषण की घटनाएं सामने आती हैं, तब संबंधित पुलिस अधिकारी बयान की जांच परख करते हैं और अगर जरूरत होती है तब मामला दर्ज करते हैं। महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने कहा कि इस मामले में भी नांदेड पुलिस ने उनके भाषण में आपत्तिजनक बातें पायीं और इसी के अनुरूप मामला दर्ज किया गया। जांच अधिकारी यह तय करेंगे कि तोगडिया को गिरफ्तार करना है या नहीं।
पाटिल ने कहा कि राज्य सरकार भडकाउ भाषण देने वालों और समुदायों के बीच घृणा के बीज बोने वालों को बर्दाश्त नहीं करेगी। बहरहाल, भाजपा ने कहा कि कानून तोगडि़या मामले में अपना काम करेगा और इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए। भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने दिल्ली में कहा कि इस मामले की तुलना अकबरूद्दीन ओवैसी के घृणा फैलाने वाले भाषण से नहीं करनी चाहिए। यह उचित नहीं होगा। सरकार को दोनों मामलों में संतुलन बनाने का प्रयास नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ओवैसी ने राष्ट्र के खिलाफ युद्ध घोषित किया था। अगर तोगडिया के मामले में लेश मात्र भी ऐसी बात हो, तब कानून को अपना काम करना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Friday, February 8, 2013, 22:14