Last Updated: Wednesday, August 29, 2012, 21:11
नई दिल्ली : ईरान की राजधानी तेहरान में होने जा रहे गुटनिरपेक्ष आंदोलन (नाम) के 16वें सम्मेलन से पहले सेवानिवृत्त कूटनीतिज्ञों एवं विशेषज्ञों ने बुधवार को कहा कि भारत को सम्मेलन में परमाणु नि:शस्त्रीकरण के लिए आवाज उठानी चाहिए। सेवानिवृत्त कूटनीतिज्ञों एवं विशेषज्ञों ने `परमाणु मुद्दों पर नाम की स्थिति` को लेकर परिचर्चा में अपने ये विचार व्यक्त किए, जिसका आयोजन द इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस (आईडीएसए) और इंडियन पुगवाश सोसाइटी ने किया था।
आईडीएसए के महानिदेशक अरविंद गुप्ता की अध्यक्षता में हुई इस परिचर्चा में आर. राजगोपालन, योगेंद्र कुमार, मनप्रीत सेठी तथा ब्रिगेडियर गुरमीत कंवल ने हिस्सा लिया था। उन्होंने कहा कि भारत को परमाणु मुद्दे पर अपनी स्थिति पुन: हासिल करनी चाहिए और इस पर आमसहमति की कोशिश करनी चाहिए। उसे परमाणु एजेंडा दूसरे देशों पर नहीं छोड़ना चाहिए। विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि भारत को जलवायु परिवर्तन तथा आर्थिक विकास पर चर्चा के लिए भी काम करना चाहिए।
सेवानिवृत्त कूटनीतिज्ञों एवं विशेषज्ञों के अनुसार, गुटनिरपेक्ष आंदोलन को परमाणु हथियार नियंत्रण की प्रक्रिया का नेतृत्व करना चाहिए, ताकि वैश्विक स्तर पर परमाणु नि:शस्त्रीकरण हासिल करने के उद्देश्य में सफलता मिल सके। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 29, 2012, 21:11