Last Updated: Thursday, January 26, 2012, 15:13
बेंगलूर : इसरो के अध्यक्ष के राधाकृष्णन अपने पूर्ववर्ती जी माधवन नायर के उनके खिलाफ दिये गये बयान से कथित तौर पर अप्रभावित हैं। नायर ने समाप्त किये जा चुके एंट्रिक्स देवास सौदे के बारे में सरकारी कदम को लेकर उनके खिलाफ बयान दिया था।
राधाकृष्णन के एक करीबी सूत्र ने बुधवार को कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख अप्रभावित हैं। उनका मानना है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। नायर का जिक्र करते हुए सूत्र ने कहा कि वह (राधकृष्णन) प्रभावित पक्ष के उद्गार से विचलित नहीं हुए हैं।
राधाकृष्णन ने अभी तक नायर द्वारा उन पर किये गये तीखे प्रहार पर कोई भी प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है।
सरकार ने नायर और तीन प्रख्यात अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की पुन:नियुक्ति पर रोक लगा दी है।
सरकार ने यह कदम निजी फर्म देवा को एस बैंड स्पेस सेंगमेंट के विवादास्पद आबंटन में उनकी कथित भूमिका के कारण उठाया है। इस कदम के बाद राधाकृष्णन के खिलाफ उनके आक्षेप के कारण यहां वरिष्ठ इसरो वैज्ञानिकों में असंतोष है।
वैज्ञानिकों ने अपनी पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा कि यह एक दुखद प्रकरण है तथा इसके कारण निश्चित तौर पर अंतरिक्ष एजेंसी की छवि प्रभावित हुई है। उनमें से एक वैज्ञानिक ने कहा, यह इसरो की इमारत हिलने के समान है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 26, 2012, 20:43