Last Updated: Sunday, April 22, 2012, 05:16
ज़ी न्यूज ब्यूरो पटना: विवादों में घिरे निर्मल बाबा के खिलाफ पहली एफआईआर दर्ज की गई है। यह एफआईआर बिहार के अररिया के हाफिजगंज थाने में दर्ज कराई गई है। निर्मल बाबा के एक भक्त ने यह मामला दर्ज कराया है और उनपर ठगी और धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। भक्त ने कहा है कि निर्मल बाबा की वजह से उसे काफी नुकसान उठाना पड़ा है और उन्होंने झूठ और आस्था का सहारा लेकर नुकसान पहुंचाया है।
सूत्रों के मुताबिक अगर कोर्ट ने इजाजत दी तो निर्मल बाबा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी हो सकता है जिससे निर्मल बाबा की मुश्किलें बढ़ सकती है। मीडिया में तमाम विवादों के बीच निर्मल बाबा के कृपा का कारोबार दिन-ब-दिन चौपट होता चला जा रहा है।
इससे पहले निर्मलजीत सिंह निरूला उर्फ निर्मल बाबा के खिलाफ शुक्रवार को झारखंड हाइकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गयी। इस याचिका में कहा गया है कि बाबा ने सपना (सब्जबाग) दिखा कर लोगों से 1000 करोड़ कमाये हैं।
याचिका में कहा गया है कि सपना बेचना (सब्ज बाग दिखाना) संविधान के अनुच्छेद 21 और 25 का उल्लंघन है। इसमें कहा गया है कि निर्मल बाबा ऐसा कर 2002-03 से पैसे कमा रहे हैं। उन्होंने पैसे का निवेश विभिन्न प्रकार के व्यवसाय में किया है। विदेशों में भी निवेश किये जाने की आशंका है।
निर्मल बाबा के खिलाफ सबसे पहले लखनऊ के तनया ठाकुर (16 साल) और उसके भाई आदित्य (13 साल) ने आवाज उठाई थी। दोनों 10 अप्रैल को बाबा के खिलाफ थाने पहुंचे थे। शिकायत सुनी गई, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं की गई।
बाबा ने इन विवादों के तूल पकड़ने के कुछ ही दिनों बाद एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया था कि उनका सालाना टर्न ओवर 238 करोड़ रुपए है। सूत्रों के मुताबिक निर्मल बाबा दो तरह के खातों का संचालन करते हैं। एक खुद के नाम और दूसरा निर्मल दरबार के नाम से। निर्मल दरबार के खातों में भक्तों द्वारा रुपया जमा कराए जाने के बाद बाबा उसे अपने खाते में ट्रांसफर करवा लेते हैं।
इसलिए मामले की जांच आयकर, सीबीआइ और इडी से करायी जानी चाहिए। याचिका में कहा गया है कि गृह मंत्रलय को निर्मल बाबा के कार्यक्रम के टीवी प्रसारण पर रोक लगाने का आदेश दिया जाये।
First Published: Sunday, April 22, 2012, 23:47