नीतीश ने 'सिरफिरा' कहकर राज की हैसियत को ललकारा

नीतीश ने 'सिरफिरा' कहकर राज की हैसियत को ललकारा

नीतीश ने 'सिरफिरा' कहकर राज की हैसियत को ललकाराजी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी

पटना : महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे की बिहार वासियों के खिलाफ की गई टिप्पणी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को कहा कि ऐसे तत्वों से निपटने की जिम्मेदारी महाराष्ट्र और केंद्र सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि जो ऐसे तत्वों से नहीं निपट सकता, वह आतंकवाद से क्या निपटेगा।

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे द्वारा बिहार वासियों के खिलाफ की गयी टिप्पणी के संबंध में पूछे गए एक सवाल पर नीतीश ने कहा कि ‘आप एक सिरफिरे व्यक्ति की बात कर रहे हैं जो खबरों में बने रहने के लिए इस तरह का बयान देता है, इतनी हैसियत किसी की नहीं है कि हमारी अस्मिता को चुनौती दे।’ नीतीश ने कहा कि महाराष्ट्र की वर्तमान सरकार, खासकर कांग्रेस पार्टी पर उन्हें अचरज है और ऐसा लगता है कि उन्होंने अपनी सारी जिम्मेदारी छोड़ रखी है। उन्होंने कहा कि समझ में नहीं आता कि महाराष्ट्र में कांग्रेस किस प्रकार की सरकार चला रही है। नीतीश ने कहा कि लोकतांत्रिक समाज में कोई इस तरह की बात बोले..यह संभव है। बिहार सरकार के एतराज को जायज ठहराते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य की पुलिस को किसी दूसरे राज्य में जाकर किसी वांछित व्यक्ति को पकड़ने का अधिकार है लेकिन उसके लिए देश में कानून बने हुए हैं।

उल्लेखनीय है कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने हाल में बिहार के मुख्य सचिव नवीन कुमार के उस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई थी जिसमें उन्होंने मुंबई पुलिस के मुंबई हिंसा के मामले में बिहार से एक व्यक्ति को राज्य सरकार को बिना किसी सूचना के गिरफ्तार करने पर आपत्ति जताई थी। ठाकरे ने कथित तौर पर धमकाया था कि यदि बिहार सरकार ने मुंबई पुलिस के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई करने की हिमाकत की तो वह सभी बिहारियों को महाराष्ट्र से खदेड़ देंगे।

नीतीश कुमार ने स्पष्ट किया कि बिहार के मुख्य सचिव द्वारा इस संबंध में पत्र नहीं लिखा गया बल्कि यहां के पुलिस महानिदेशक ने मुंबई के पुलिस आयुक्त को पत्र लिखा था और उसकी प्रति वहां के मुख्यसचिव सहित अन्य को भेजी थी। नीतीश ने कहा कि राज ठाकरे को लोकतंत्र से कुछ लेना-देना नहीं और सबसे परेशानी की बात यह है कि कांग्रेस को क्या हो गया है। क्या उसने व्यवस्था चलाने के लिए किसी दूसरे को आउटसोर्स किया है यह सब काम करने के लिए। यह वहां की पुलिस और सरकार के लिए शर्म की बात है कि उनके बदले कोई ऐरा-गैरा बोल रहा है।

नीतीश कुमार ने कहा, ‘मैं ऐसे लोगों के साथ मुंह नहीं लगाना चाहता हूं। दुनिया में कोई अपनी चाहे जितनी शेखी बघारे, लेकिन यह किसी की हैसियत नहीं है कि इस देश के किसी नागरिक को किसी दूसरे राज्य में जाने से रोक सके।’ उन्होंने कहा कि यह तो चुनौती है उन सब लोगों के लिए जो लोकतांत्रिक तरीके से चुनकर सरकार चलाते और बनाते हैं, हमारे राज्य में तो इस तरह की बकवास करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है।

राज ठाकरे के उक्त बयान पर नीतीश ने कहा कि कोई डर का माहौल नहीं बना है, ऐसी बंदर-घुड़की से कोई डरने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि जहां कहीं भी बिहार के लोग हैं वे अपने को सुरक्षित महसूस करें। नीतीश ने कहा कि इन लोगों की आदत है कि चार लोगों को पीटकर उसका वीडियो बनाते हैं और उसे मीडिया में जारी कर उसे खूब प्रचारित करवाते हैं। लोगों को इस बात को समझना चाहिए और एकसाथ मिलकर ऐसे तत्वों से निपटना चाहिए।

First Published: Sunday, September 2, 2012, 16:21

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