Last Updated: Wednesday, December 7, 2011, 12:46
नई दिल्ली : इंटरनेट पर आपत्तिजनक सामग्री पर सेंसरशिप के लिए संचार मंत्री कपिल सिब्बल द्वारा उठाए गए सवाल पर भाजपा ने बुधवार को कहा कि सोशल नेटवर्किंग साइटों पर जिस तरह से लोगों की आपत्तिजनक तस्वीरें, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली चीजें डाली जा रहीं हैं, वह निंदनीय है और देश में मौजूदा कानून के अनुसार इस दिशा में नियमन होना चाहिए।
भाजपा नेता एसएस अहलूवालिया ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि लेकिन कपिल सिब्बल ने जिस तरह से चार कंपनियों याहू, गूगल, फेसबुक और ट्वीटर के प्रतिनिधियों को बुलाकर एक कागज पर दस्तखत करने के लिए कहा, यह तरीका ठीक उसी तरह है जिस तरह सरकार ने बाबा रामदेव को बुलाकर उन्हें एक कागज पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा था।
भाजपा नेता ने कहा कि इसके लिए नियमन संसद के माध्यम से ही किया जा सकता है और सिब्बल यदि इस विषय को चर्चा के लिए संसद में लाते हैं तो मुख्य विपक्षी दल इसमें भाग लेगा।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 7, 2011, 18:16