Last Updated: Tuesday, August 30, 2011, 07:35
नई दिल्ली : सांसदों के खिलाफ आलोचनात्मक टिप्पणियों के लिए आलोचना का सामना कर रही पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने अपने खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पर यह कहते हुए कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि उन्हें अभी तक कोई नोटिस नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि मुझे जब नोटिस मिलेगा मैं उसका जवाब दूंगी. लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों ने राजनीतिज्ञों के खिलाफ ‘अपमानजनक और अपमानसूचक’ भाषा का इस्तेमाल करने के लिए किरण बेदी और अभिनेता ओम पुरी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस दिए हैं और यह मामला पीठासीन अधिकारियों के पास विचाराधीन है.उल्लेखनीय है कि लोकपाल के मुद्दे पर रामलीला मैदान में अन्ना हजारे के आंदोलन के दौरान किरण और ओम पुरी ने राजनीतिज्ञों को निशाने पर लिया था. किरण ने राजनीतिज्ञों पर ‘कई मुखौटे’ पहने रहने के आरोप लगाए थे, जिसे लेकर दोनों सदनों के सांसदों ने कड़ी आलोचना की. बेदी ने राजनीतिज्ञों के खिलाफ अपनी विवादास्पद टिप्पणी का बचाव करते हुए कहा कि नेताओं को गलत तरीके से प्रस्तुत करने के लिए अपने बयानों और हावभाव का अफसोस नहीं है.उन्होंने कहा कि शुक्रवार को रामलीला मैदान के मंच से उनकी ओर से दिया गया बयान उनके स्वभाव के खिलाफ था. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनका इरादा इससे किसी को चोट पहुंचाना नहीं था. उन्होंने कहा कि वह मेरे स्वभाव के खिलाफ था.
First Published: Tuesday, August 30, 2011, 13:58