Last Updated: Friday, August 19, 2011, 11:59
नई दिल्ली : वाम दलों समेत नौ विपक्षी दलों ने लोकपाल विधेयक के सरकारी संस्करण को ‘अस्वीकार्य’ बताते हुए अगले सप्ताह राष्ट्रव्यापी विरोध-प्रदर्शन के कार्यक्रम की घोषणा की है. इन दलों ने ऊंचे पदों पर भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए प्रभावी विधेयक लाने की भी मांग की है.
माकपा महासचिव प्रकाश करात ने सभी नौ दलों की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमने बढ़ते भ्रष्टाचार और लोकतांत्रिक अधिकारों पर बढ़ते हमलों के खिलाफ 23 अगस्त को पूरे देश में धरनों और विरोध के दूसरे तरीकों से प्रदर्शन करने का फैसला किया है.’ भाकपा महासचिव ए बी वर्धन ने कहा, ‘हम, अगर जरूरी हुआ तो इसे (सरकारी लोकपाल विधेयक) वापस लेने की भी मांग कर सकते हैं.’
करात ने कहा कि पार्टियां इस विधेयक से संबंधित मामले देख रही संसद की स्थाई समिति के सामने अपने मत भी रखेगी. करात और वर्धन के साथ एन चंद्रबाबू नायडू (तेदेपा), एच डी देवगौड़ा (जद एस), अजीत सिंह (रालोद), देवव्रत विश्वास (फॉरवर्ड ब्लॉक), अवनि राय (आरएसपी) समेत कई नेता मौजूद थे.
First Published: Friday, August 19, 2011, 17:30