Last Updated: Wednesday, September 18, 2013, 20:32
नई दिल्ली : भारत में हत्या के आरोपी अपने नौसेनिकों पर मुकदमे में देरी पर चिंता जताते हुए इटली ने आज मामले में गवाहों के तौर पर चार और नौसेनिकों को भेजने की बात से इनकार किया और जांच को आगे बढ़ाने के लिए अन्य कानूनी विकल्पों की मांग की। इटली के उप विदेश मंत्री स्टीफन डि मिस्तुरा ने यहां विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद से मुलाकात की और मुकदमे में देरी पर चिंता जताई।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि खुर्शीद ने बैठक के दौरान मामले में दोनों देशों के रख को बेहतरी से समझने के लिए दोनों के दलों के बीच सीधे संवाद की इच्छा जताई। हालांकि आधिकारिक सूत्रों ने मामले में ‘अदालत से बाहर’ किसी तरह के समझौते की संभावना से इनकार किया।
केरल के समुद्र तट के पास इटली के दो नौसेनिकों द्वारा कथित तौर पर दो भारतीय मछुआरों को मारे जाने की घटना के गवाह रहे चार अन्य नौसेनिकों को जांच के लिए भेजने से इनकार करते हुए इटली के मंत्री ने मुकदमे को आगे बढ़ाने के लिए अन्य विकल्पों पर विचार करने को कहा। अन्य विकल्पों में वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिये पेशी, एनआईए के एक दल का उनसे पूछताछ के लिए इटली जाना या जांचकर्ताओं द्वारा उनके जवाब के लिए उन्हें लिखित प्रश्न भेजना शामिल हैं।
चारों नौसेनिकों को घटना की जांच कर रही एनआईए की टीम ने बुलाया था। चारों इतालवी नौसेनिक 15 फरवरी, 2012 को एनरिका लेक्सी नामक अपने देश के जहाज पर सवार थे जिस पर उनके साथ सवार मासिमिलानो लातोरे तथा साल्वातोरे गिरोन ने कथित तौर पर दो भारतीय मछुआरों को गोली मार दी थी जिनसे उनकी मौत हो गयी थी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 18, 2013, 20:32