Last Updated: Monday, July 16, 2012, 14:43
गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने सोमवार को कहा कि शहर के एक पब के बाहर एक लड़की पर हमले के मामले में एक स्थानीय समाचार चैनल के पत्रकार की भूमिका ‘अनैतिक’ है।
एक आरटीआई कार्यकर्ता अखिल गोगोई ने भी इस पत्रकार पर, लड़की पर हमले के लिए भीड़ को उकसाने का आरोप लगाया है।
गोगोई ने पांच दिवसीय मानसून सत्र के पहले दिन विधानसभा के बाहर संवाददाताओं से कहा ‘यह अनैतिक पत्रकारिता का मामला है। उसके पेशेवर दायित्व के तहत घटना को शूट करना सही था लेकिन एक सामाजिक दायित्व के तहत पत्रकार को चाहिए था कि वह पुलिस को सूचित करता।’
मुख्यमंत्री ने कहा ‘मीडिया सरकार और खास कर पुलिस पर दोष मढ़ता है लेकिन समाज में पत्रकारों की भी जवाबदेह भूमिका होती है और इस विशेष मामले में वह नाकाम रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि नौ जुलाई को जी एस रोड पर असामाजिक तत्वों ने जिस लड़की से छेड़छाड़ की, वह उस लड़की से मिलने के लिए तैयार हैं और उसकी मदद सुनिश्चित करना चाहते हैं।
यह पूछे जाने पर कि उन्होंने राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्यों से मुलाकात क्यों नहीं की, गोगोई ने कहा कि उनकी (राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्यों की) जिम्मेदारी मुख्यमंत्री से मिलने की थी लेकिन ‘‘मैं नहीं समझ पाया कि मुलाकात क्यों नहीं हुई। मैं उनसे मिलने को तैयार था।’ (एजेंसी)
First Published: Monday, July 16, 2012, 14:43