Last Updated: Monday, December 10, 2012, 20:05

लखनऊ: समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने नौकरियों की पदोन्नति में आरक्षण को वैमनस्यता फैलाने की खतरनाक चाल करार देते हुए कहा कि इससे सम्बन्धित विधेयक सामाजिक न्याय की अवधारणा के भी खिलाफ है।
यादव ने यहां पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि प्रोन्नति में आरक्षण बहुत खतरनाक है। इससे समाज में वैमनस्यता और विषमता बढ़ेगी। इस व्यवस्था से वरिष्ठ अधिकारी कनिष्ठ हो जाएगा और कनिष्ठ उसे पछाड़कर उसका वरिष्ठ हो जाएगा। यह समाज को तोड़ने वाली चाल है।
उन्होंने कहा कि इसलिये सपा इस सिलसिले में लाये गये संविधान संशोधन विधेयक का विरोध कर रही है। यह विधेयक सामाजिक न्याय की अवधारणा के भी खिलाफ है। यादव ने मुसलमानों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिलाने की लड़ाई जारी रखने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि सच्चर समिति और रंगनाथ मिश्र की रिपोर्ट से जाहिर हुआ है कि देश में मुस्लिमों की हालत दलितों से भी बदतर है।
उन्होंने कहा कि सपा ने मुसलमानों को आरक्षण देने की मांग संसद में उठायी थी। एक दिन सरकार को मजबूर होकर मुस्लिमों को आरक्षण देना ही पड़ेगा। ऐसा नहीं होने तक सपा की लड़ाई जारी रहेगी।
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने केन्द्र में कांग्रेस तथा भारतीय जनता पार्टी के बीच नूराकुश्ती होने का आरोप लगाया और आशंका जताई कि अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ही भाजपा को जिताने का काम कर सकती है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और कांग्रेस तीसरे मोर्चे का गठन नहीं होने देना चाहती, लेकिन वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद ये दोनों दल सत्ता में नहीं आयेंगे और चुनाव बाद तीसरे मोर्चे का गठन खुद-ब-खुद हो जाएगा।
कार्यकर्ताओं को ‘जो, जहां, जब’ का मंत्र देते हुए सपा मुखिया ने कहा कि वे जनता के बीच जाकर राज्य सरकार द्वारा लोगों के कल्याण के लिये किये गये कार्यो को बताएं। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 10, 2012, 20:05