Last Updated: Sunday, December 16, 2012, 23:16
नई दिल्ली : अरविंद केजरीवाल नीत आम आदमी पार्टी ने आज सरकारी नौकरियों में पदोन्नति में आरक्षण के मुद्दे का दोहन करने के लिए राजनैतिक दलों की आलोचना की और उनपर दलगत हितों को राष्ट्रीय हितों के उपर रखने का आरोप लगाया।
एएपी प्रवक्ता मनीष सिसोदिया ने एक वक्तव्य में कहा, ‘‘इस सवाल पर सैद्धांतिक रुख अपनाने की बजाय कांग्रेस घबराई हुई है और खुद को ब्लैकमेल किए जाने की अनुमति दी है जबकि भाजपा ने रणनीतिक मौन रखा है। बसपा और सपा जैसी पार्टियों ने महज एक जाति समूह या दूसरे जाति समूह की तरफ से दबाव समूह के तौर पर काम किया है। उन्होंने कहा कि यह एक और उदाहरण है कि कैसे राजनैतिक प्रतिष्ठान दलगत हितों को राष्ट्रीय हितों के उपर रखते हैं।
सिसोदिया ने कहा कि एएपी उस स्वार्थी तरीके पर आपत्ति जताती है जिसके तहत सरकारी नौकरियों में पदोन्नति में आरक्षण के मुद्दे का दोहन विभिन्न राजनैतिक दल समाज के एक तबके को दूसरे के खिलाफ खड़ा करने के लिए कर रहे हैं।
पार्टी ने कहा कि आरक्षण व्यवस्था का बुनियादी कारण समाज के उन तबकों को वास्तविक समानता का अवसर प्रदान करना था जो वंचित रहे हैं, भेदभाव का शिकार हुए हैं और नुकसान का शिकार हुए हैं और इसकी वजह से समाज के शीर्ष स्तर पर उनका प्रतिनिधित्व कम हुआ है।
सिसोदिया ने कहा, पदोन्नति में यह वहां दिया जा सकता है जहां पदोन्नति में व्यवस्थागत भेदभाव का साक्ष्य हो और वह वरिष्ठता के नियम का पालन नहीं करता। अन्यथा, पदोन्नति में आरक्षण की कोई आवश्यकता नहीं है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, December 16, 2012, 23:16