Last Updated: Sunday, November 20, 2011, 04:11
नई दिल्ली: पर्यावरण को विश्व भर में दिए जा रहे महत्व के बावजूद भारत इस क्षेत्र में अपने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का सिर्फ 0.012 फीसदी ही खर्च कर रहा है।
जलवायु परिवर्तन से जुड़े मुद्दे, नदियों और झीलों का संरक्षण, जैवविविधता, वन एवं वन्यजीव जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र इस खर्च के दायरे में आते हैं।
पर्यावरण मंत्रालय की ओर से योजना आयोग को पेश किए गए योजना पत्र के अनुसार, ‘भारत में पर्यावरण पर जीडीपी का मात्र 0.012 फीसदी खर्च किया जा रहा है, जबकि जापान में यह खर्च 1.0 फीसदी, अमेरिका में 0.4 फीसदी और नीदरलैंड में 0.3 फीसदी है।
पर्यावरण एवं वन मंत्रालय का वाषिर्क बजट लगभग दो हजार करोड़ रूपये है, जो राष्ट्रीय योजना से 0.25 फीसदी से भी कम है।’
मंत्रालय ने पर्यावरण प्रबंधन के क्षेत्र में संसाधनों के अभाव का हवाला देते हुए अपने वाषिर्क बजट में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी की मांग की है।
इसके अलावा राज्यों और शहरों के स्तर पर स्थिति को बेहद बद्तर बताते हुए पत्र में कहा गया है कि पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण के लिए निवेश में उल्लेखनीय बढ़ोतरी की जानी चाहिए। मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि मंत्रालय पर्यावरण पर हो रहे खर्च में बढ़त लाने के लिए योजना आयोग, वित्त मंत्रालय और राज्य सरकारों के साथ बातचीत करेगा।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, November 20, 2011, 09:41