Last Updated: Tuesday, December 6, 2011, 16:04
नागपुर : पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने मंगलवार को खुलासा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिंहा राव ने उनसे परमाणु परीक्षण की तैयारी करने के लिए कहा था जो बाद में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राजग सरकार के दौरान पोखरण में किए गए। यहां राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी में अपने संबोधन में कलाम ने कहा कि मई 1996 में उन्हें नरसिंहा राव की ओर से फोन आया था जिसमें उनसे जल्दी से जल्दी मिलने के लिए कहा गया।
कलाम ने कहा कि जब मैंने राव से मुलाकात की तो उन्होंने मुझसे परमाणु बम के परीक्षण की तैयारी आगे बढ़ाने को कहा। उसके बाद उनकी सरकार सत्ता से चली गई और जब वाजपेयी सत्ता में आए तो राव ने उन्हें (वाजपेयी को) योजना बताई। उन्होंने मुझसे भी वाजपेयी के साथ ब्योरा साझा करने को कहा। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि बाद में मई, 1998 में भारत ने परमाणु परीक्षण किए।
कलाम ने कहा कि दोनों नेताओं ने योजना को आगे बढ़ाने का साहस दिखाया। राव ने 1995 में परमाणु परीक्षण करने का फैसला किया। खबरों के मुताबिक अमेरिकी उपग्रहों को पोखरण में परमाणु परीक्षण की तैयारी के संकेत मिलने के बाद योजनाओं को रोक दिया गया। कहा गया कि तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने तैयारी रोकने के लिए राव पर दबाव बनाया। वाजपेयी के प्रधानमंत्रित्व काल में 11 और 13 मई 1998 को भारत ने अंतत: परीक्षण किए।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 6, 2011, 21:54