पाक का जवाब तौलने के बाद ही बैठक पर फैसला : खुर्शीद

पाक का जवाब तौलने के बाद ही बैठक पर फैसला : खुर्शीद

नई दिल्ली : भारत ने शनिवार को कहा कि वह अगले महीने न्यूयार्क में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच संभावित वार्ता पर फैसला हाल की ‘अस्वीकार्य’ घटनाओं पर भारत की चिंताओं का निवारण करने के लिए पाकिस्तान की ओर से उठाए जाने वाले कदमों का मूल्यांकन करने के बाद करेगा।

विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि सरकार इंतजार करने और देखने की नीति अपना रही है और चाहती है कि पाकिस्तान की ‘असैनिक सरकार जो कुछ भी हुआ है उसकी जिम्मेदारी ले और हमारे संतोष के अनुसार इसका निराकरण के तरीके को ढूंढे।’

उनसे पूछा गया था कि नियंत्रण रेखा पर कुछ दिनों की शांति के बाद क्या सरकार के लिए समय आ गया है कि वह न्यूयार्क में अगले महीने दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर बातचीत की घोषणा करे।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘नहीं, हम इस पर चुप हैं और हम इस पर नजर रखे हुए हैं। मैं महसूस करता हूं कि न्यूयार्क यात्रा का समय आ रहा है। इसलिए उचित चरण में प्रधानमंत्री फैसला करेंगे। लेकिन हम इसमें जल्दबाजी नहीं करेंगे क्योंकि हम बहुत जल्द कुछ भी नहीं करना चाहते हैं।’

खुर्शीद ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘मेरा मानना है कि जब कुछ बड़ी महत्वपूर्ण गलती होती है और कई चीजें सही रहती हैं लेकिन आप बड़ी गलती की अनदेखी नहीं कर सकते हैं। फैसला राष्ट्र के हित में किया जाएगा।’

खुर्शीद ने कहा कि इस संबंध में फैसला सरकार के पास उपलब्ध आंकड़ों के विश्लेषण के बाद किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘हम सावधानी से नजर रख रहे हैं और आप जानते हैं कि इस तरह का कदम जो जरूरी हैं उन्हें उठाना है लेकिन थोड़ा धीमा रहते हैं। हमें जो सूचनाएं आती हैं उनका विश्लेषण करना है। हमारे पास स्रोत हैं जिसके जरिए जो भी होता है उसके बारे में सूचना आती है, ऐसा क्यों होता है और कौन किसी चीज का श्रेय ले रहा है जिसे हम अस्वीकार्य मानते हैं।’

इस बात को लेकर अनिश्चितता है कि क्या दोनों नेता गत छह अगस्त को पाकिस्तानी सेना के हमले में नियंत्रण रेखा पर पांच भारतीय सैनिकों की मौत के बाद न्यूयार्क में बातचीत करेंगे।

घटना के बाद भाजपा ने पाकिस्तान के साथ बातचीत रद्द करने की मांग की थी। इसपर रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने कहा था कि घटना का नियंत्रण रेखा पर भारत के बर्ताव और रुख तथा पाकिस्तान के साथ संबंधों पर असर होगा।

यह पूछे जाने पर कि भारत अपनी चिंताओं के निवारण के लिए अगले दो सप्ताह में पाकिस्तान से किस तरह के कदमों की अपेक्षा रखता है तो खुर्शीद ने कहा, ‘हम अपेक्षा करते हैं कि जो कुछ भी हुआ है असैनिक सरकार उसकी जिम्मेदारी ले और हमारी संतुष्टि के अनुसार उसका निराकरण करने के लिए तरीका ढूंढे। मेरा मानना है कि मैं इस बात को नहीं बढ़ाउंगा कि क्या किए जाने की आवश्यकता है क्योंकि यह स्पष्ट है कि क्या किया जाना है।’

विदेश मंत्री ने कहा कि देश पाकिस्तान द्वारा भारतीय चिंताओं के निराकरण की गति और किस हद तक प्रदान कर सकता उसको समायोजित कर सकते हैं लेकिन वह उसकी दिशा को समायोजित नहीं कर सकता है।

खुर्शीद ने कहा, ‘दिशा बिल्कुल स्पष्ट है कि हम क्या चाहते हैं और हम किस चीज के हकदार हैं और क्या सही काम करना है।’ मंत्री ने कहा कि भारत उनके भूभाग के भीतर चीजों का हुक्म या सुझाव नहीं दे सकता है और ‘आखिरकार, हम सिर्फ वहां की निर्वाचित असैनिक सरकार से बातचीत कर सकते हैं।’ (एजेंसी)

First Published: Saturday, August 31, 2013, 22:51

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