Last Updated: Tuesday, January 15, 2013, 18:15
नई दिल्ली : भारत ने नियंत्रण रेखा पर बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान के वरिष्ठ नागरिकों को आगमन पर वीजा की सुविधा के अमल पर मंगलवार को रोक लगा दी।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी नागरिकों को दी जा रही इस सुविधा पर कई एजेंसियों द्वारा स्पष्टीकरण मांगे जाने के बाद यह फैसला किया गया है। हालांकि कहा जा रहा है कि नियंत्रण रेखा पर दो भारतीय सैनिकों की हत्या के बाद लगातार जारी तनाव के कारण ऐसा किया गया है।
पाकिस्तान के 65 साल से अधिक उम्र के नागरिकों को आगमन पर वीजा की सुविधा आज से अटारी समेकित चेक पोस्ट पर शुरू की जानी थी। भारत और पाकिस्तान के बीच नया वीजा समझौता सितंबर 2012 में हुआ था।
विश्वास बहाली के उपायों के तहत सीमा के आर पार यात्रा को आसान बनाने के उद्देश्य से नया वीजा समझौता हुआ था । इस समझौते के तहत दोनों देशों के कारोबारियों को तीन की बजाय पांच शहरों में जाने की अनुमति है।
पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक की 14 से 16 दिसंबर 2012 को भारत यात्रा के दौरान इस समझौते का कार्यान्वयन किया गया था।
पाकिस्तान के वरिष्ठ नागरिकों को आगमन पर वीजा के कार्यान्वयन की कोई नयी तारीख अभी तय नहीं की गयी है।
सूत्रों ने कहा, ‘उचित समय आने पर फैसला किया जाएगा।’ इस वीजा समझौते से अटारी वाघा सीमा से होकर एक निर्धारित आयुवर्ग के लोगों को एक बार की यात्रा में 45 दिन के प्रवास मिलने की उम्मीद थी और वीजा शुल्क सौ रूपये या दो अमेरिकी डालर तय किया गया था।
समझौते के तहत यह भी तय किया गया कि आगमन पर वीजा पंजाब, जम्मू कश्मीर और केरल में प्रवास के लिए नहीं दिया जाएगा। कुछ प्रतिबंधित क्षेत्र भी इसी दायरे में शामिल किये गये। ट्रांजिट बिन्दु केवल अमृतसर होगा।
इस समय अटारी वाघा सीमा से होकर लगभग 100 लोग रोजाना सीमा पार करते हैं और इनमें काफी संख्या में वरिष्ठ नागरिक होते हैं।
पाकिस्तानी सेना द्वारा पिछले सप्ताह दो भारतीय सैनिकों की हत्या कर उनमें से एक का सिर काटने की घटना के बाद सीमा पर तनाव बढ गया है।
सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने कल कहा कि इस तरह से सैनिकों के सिर कलम करना अस्वीकार्य है। यदि उकसाया गया तो भारतीय सैनिक तत्काल आक्रामक जवाब देंगे। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 15, 2013, 16:43