Last Updated: Thursday, August 15, 2013, 16:17
नई दिल्ली : पाकिस्तान के संस्थापक और पहले गर्वनर जनरल मोहम्मद अली जिन्ना ने स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को घोषित किया था लेकिन अधिकारियों ने 1948 में इसे एक दिन पहले कर दिया था क्योंकि यह रमजान के पवित्र दिन पड़ता था।
1947 में राष्ट्र के नाम पहले संबोधन के प्रसारण में जिन्ना ने कहा, ‘15 अगस्त पाकिस्तान की आजादी और सम्प्रभुता का जन्मदिन है। यह मुस्लिम राष्ट्र की नियति के पूरा होने का प्रतीक है जिसके लिए हमने काफी कुर्बानियां दीं।’ पाकिस्तान ने हालांकि 1948 में स्वतंत्रता दिवस समारोह को एक दिन पहले 14 अगस्त को कर दिया क्योंकि यह पवित्र रमजान के 27वें दिन शब-ए-कद्र के दिन पड़ता था। आने वाले वर्षों में पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस 14 अगस्त को ही मनाया जाने लगा।
लाहौर स्थित वकील एवं जिन्ना : मिथ एंड रियालिटी के लेखक यासिर लतीफ हमदानी ने कहा, ‘पाकिस्तान को स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को ही मनाना था लेकिन शब-ए-कद्र के कारण यह एक दिन पहले मनाया जाने लगा।’ उन्होंने कहा कि इसके पीछे जिन्ना नहीं थे जिन्होंने तिथि को 14 अगस्त किया हो, क्योंकि 1948 में इस समय वे मृत्यु शैय्या पर थे।
जिन्ना की पुत्री डिना वाडिया का जन्मदिन 15 अगस्त को है। ब्रिटेन से सत्ता का हस्तांतरण 14 और 15 अगस्त की मध्यरात्रि को भारत के स्वतंत्रता अधिनियम 1947 के तहत किया गया जिसमें इसे भारत और पाकिस्तान दोनों का जन्मदिन बताया। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 15, 2013, 16:17