Last Updated: Friday, June 29, 2012, 21:17

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदम्बरम ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान को यह बात स्वीकार करनी चाहिए कि गिरफ्तार आतंकवादी जबीउद्दीन अंसारी उर्फ अबू जिंदाल का 2008 के मुम्बई हमले में हाथ था।
चिदम्बरम ने संवाददाताओं से कहा कि पाकिस्तान को स्वीकार करना चाहिए कि जिंदाल पाकिस्तान गया था। वह उस समूह का हिस्सा था, जिसने साजिश रची और (अजमल) कसाब व अन्य नौ हमले में शामिल आतंकवादियों को प्रशिक्षण दिया। जिंदाल मुम्बई हमले के सूत्रधारों और सरगनाओं में से एक था।
चिदम्बरम पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री रहमान मलिक की उस टिप्पणी पर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे, जिसमें मलिक ने कहा था कि 26/11 हमले का सूत्रधार जिंदाल एक भारतीय नागरिक है, लिहाजा उसकी करतूतों के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
चिदम्बरम ने कहा कि मैं रहमान मलिक की इस बात से सहमत हूं कि अबू जिंदाल एक भारतीय नागरिक है, लेकिन उसे पाकिस्तान में पनाह दिया गया। पाकिस्तान को यह सच्चाई भी स्वीकार करनी चाहिए कि उसने जिंदाल को पासपोर्ट मुहैया कराया था। जिंदाल के पास से दो पहचानपत्र मिले हैं।
सऊदी अरब द्वारा प्रत्यर्पित किए जाने के बाद जिंदाल 21 जून को नई दिल्ली पहुंचा। उसे हवाईअड्डे पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। उस पर 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा 26/11 के हमले को अंजाम दिलाने में कथित रूप से भूमिका निभाने का आरोप है। हमले के दौरान एक मात्र आतंकवादी अजमल कसाब को जीवित गिरफ्तार कर लिया गया था। वह इस समय मुम्बई की एक जेल में है। नवम्बर 2008 में हुए इस भयानक आतंकवादी हमले में विदेशी नागरिकों सहित 166 लोग मारे गए थे। (एजेंसी)
First Published: Friday, June 29, 2012, 21:17