Last Updated: Sunday, August 19, 2012, 17:28

नई दिल्ली : पूर्वोत्तर भारत के लोगों को मिल रही धमकियों की जांच में जुटी खुफिया एजेंसियों ने सनसनीखेज खुलासे किए हैं। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक पूर्वोत्तर के लोगो के लिए धमकी भरे एमएमएस और एसएमएम पाकिस्तान से भेजे गए और इन सबके पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर सविर्सेज इंटेलिजेस (आईएसआई) का हाथ है।
केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह ने शनिवार को बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि पूर्वोत्तर के लोगों पर हमले संबंधी अफवाह फैलाने वाले एसएमएस पड़ोसी देश पाकिस्तान से भेजे गए हैं। भारत इस मुद्दे को पाकिस्तान के समक्ष उठाएगा। गृह सचिव ने कहा कि हमने झूठे संदेश और झूठी तस्वीरें पकड़ी हैं।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई पूर्वोत्तर में स्लीपर सेल खड़ा करना चाहती है और उसने अफवाह फैलाने के लिए चार आतंकी संगठनों सिमी, हूजी, जमात-ए-इस्लामी और आईएम को बड़ी रकम मुहैया कराई।
सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी बैंगलोर, पुणे, मुम्बई और दिल्ली में रहने वाले पूर्वोत्तर के लोगों को निशाना बनाना चाहती है।
सूत्रों की मानें तो आईएसआई भारत के सर्विस सेक्टर को निशाना बनाना चाहती है
वहीं, गृह सचिव सिंह ने कहा, कुल 76 वेबसाइटों की पहचान की गई जिन पर तस्वीरों को छेड़छाड़ कर लगायी गईं तथा इसमें से अधिकतर पाकिस्तान से लगायी गईं।
उन्होंने कहा, तूफान और भूकंप में मारे गए लोगों की तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ करके उन्हें म्यामार की हिंसा में मारे गए लोगों की तस्वीरें बताकर 76 वेबसाइटों पर जारी किया गया। इन सभी वेबसाइटों को ब्लॉक कर दिया गया है। 34 और वेबसाइटों की पहचान की गई है और उन्हें भी जल्द ही ब्लॉक किया जाएगा।
उन्होंने कहा, हमारा मानना है कि यह अत्यंत निंदनीय है। मेरा मानना है कि यह सभी की जानकारी में लाने योग्य है कि यह ऐसा है जो कि पाकिस्तान से किया जा रहा है। इसमें से अधिकतर पाकिस्तान से किया गया है।
First Published: Sunday, August 19, 2012, 00:17