Last Updated: Thursday, May 9, 2013, 20:27
ज़ी मीडिया ब्यूरो/एजेंसीचंडीगढ़/नई दिल्ली/इस्लामाबाद : जम्मू की एक जेल में हुए हमले के छह दिनों बाद पाकिस्तानी कैदी सनाउल्लाह रनजय की चंडीगढ़ के अस्पताल में गुरुवार सुबह मौत हो गई। यह जानकारी चिकित्सकों ने दी। पाकिस्तान इंटरनेशनल एअरलाइंस का एक विमान गुरुवार शाम को सनाउल्लाह का शव लेकर यहां से रवाना हो गया।
एक अधिकारी ने बताया कि सनाउल्लाह का शव पाकिस्तानी उच्चायोग को सौंप दिया गया। विमान के उड़ान भरने से पहले सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गईं। सनाउल्लाह की मौत से दोनों देशों के संबंधों में तनाव का एक नया अध्याय जुड़ गया है। भारत ने मामले की अंतर्राष्ट्रीय जांच की मांग को दरकिनार कर दिया।
जम्मू की कोट भलवल जेल में 3 मई को एक भारतीय कैदी के हमले में घायल हुए सनाउल्लाह को यहां के पोस्ट-गै्रजुएट इंस्टीट्युट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों के मुताबिक उसके कई अंगों के काम करना बंद करने के कारण गुरुवार को उसने अंतिम सांस ली। पीजीआईएमईआर ने कहा, `विभिन्न अंगों की विफलता के कारण सनाउल्लाह को सुबह 7 बजे मृत घोषित किया गया। वाई.के. बत्रा के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने उसे बचाने की हर संभव कोशिश की।`
हमले के बाद से ही वह गहरी मूर्छा में था। इसी प्रकार की परिस्थितियों में भारतीय कैदी सरबजीत सिंह की पाकिस्तान के एक अस्पताल में मौत होने के एक दिन बाद सनाउल्लाह पर हमला हुआ था। लाहौर की कोट लखपत जेल में अन्य कैदियों के कातिलाना हमले में सरबजीत बुरी तरह घायल हो गए थे और उनकी भी मौत हो गई थी। दस्तावेज और अन्य कागजात संबंधी मामूली अड़चनों के कारण सनाउल्लाह का शव लेने आए विमान को उड़ान भरने में एक घंटे की देरी हुई। विमान को 5 बजे शाम को वापस जाना था।
पाकिस्तानी उच्चायोग के प्रवक्ता मंजूर मेमन ने नई दिल्ली में कहा कि पाकिस्तान उसकी मौत की खबर से `दुखी और हैरान` है। मेमन ने कहा, `हमने भारत सरकार से पाकिस्तानी नागरिक पर हुए जानलेवा हमले की अंतर्राष्ट्रीय जांच की मांग की है।` इस्लामाबाद में पाकिस्तान सरकार ने इस अपराध को अंजाम देने वाले के खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग की।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा, `हमें अत्यंत दुखद जानकारी मिली है कि सनाउल्लाह का आज (गुरुवार को) चंडीगढ़ के एक अस्पताल में इंतकाल हो गया। एक जेल में उस पर हुए कातिलाना हमले में वह बुरी तरह जख्मी हो गया था।` नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैय्यद अकबरुद्दीन ने कहा, `दुर्भाग्यवश हमारी बेहतर कोशिशों के बावजूद गुरुवार सुबह अस्पताल में उसकी मौत हो गई।` अकबरुद्दीन ने कहा, `हमारा यह मानना है कि पाकिस्तान सरकार उसके शव को स्वदेश वापस भेजने का अनुरोध करेगी और हम आश्वस्त करना चाहेंगे कि हम इस मांग को पूरा कराने के लिए हर आवश्यक कदम उठाएंगे।`
पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय जांच की मांग के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, `मैं इस बारे में अभी कोई टिप्पणी नहीं कर सकता, क्योंकि अभी तक ऐसी कोई मांग हमारे सामने नहीं आई है। जब मांग आएगी तब मैं आपसे कहूंगा।` सनाउल्लाह की मौत की खबर मिलते ही जम्मू जेल में बंद 17 पाकिस्तानी कैदियों ने भारत विरोधी नारे लगाए।
जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने सनाउल्लाह के परिवारवालों से `माफी` मांगी है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस मामले में जिन लोगों ने लापरवाही बरती है उन्हें सजा दी जाएगी। सनाउल्लाह के परिवार के दो सदस्य मंगलवार को पाकिस्तान से यहां पहुंचे थे। परिवार ने भारत सरकार से उसे पाकिस्तान भेज देने का आग्रह किया था।
सनाउल्लाह को हिंदुओं के धार्मिक स्थल माता वैष्णो देवी के नजदीक कटरा में 1994 में हुए विस्फोट मामले में 1996 में गिरफ्तार किया गया था। इस हमले में 10 लोगों की मौत हो गई थी। वह जम्मू जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा था।
First Published: Thursday, May 9, 2013, 20:27