पानी पर गृह युद्ध का सामना नहीं कर सकता भारत - Zee News हिंदी

पानी पर गृह युद्ध का सामना नहीं कर सकता भारत




चेन्नई : पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने बुधवार को कहा कि पानी को लेकर भारत गृह युद्ध की स्थिति का सामना नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि देश की नदियों का राष्ट्रीयकरण होना चाहिए और इनका एक नेशनल वाटर ग्रिड बनना चाहिए। कलाम ने भारतीय उद्योग संघ (सीआईआई) की ओर से आयोजित 'एग्रिकल्चर आर एंड डी ट्रेड्स 2020' पर आयोजित एक सम्मेलन के उद्घाटन मौके पर अपने विचार व्यक्त किए।

 

पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, पानी को लेकर भारत एक गृह युद्ध का सामना नहीं कर सकता। राष्ट्रीय राजमार्गो, पावर ग्रिड, भारतीय रेल की तरह नदियों का राष्ट्रीयकरण करते हुए देश में राष्ट्रीय जल ग्रिड भी होनी चाहिए। कलाम ने कहा, बांधों का प्रबंधन सेना अथवा नौसेना द्वारा होना चाहिए ताकि देश समृद्धि के रास्ते पर आगे बढ़ सके। राष्ट्र व्यक्ति और राजनीतिक दलों से बड़ा है।

 

भारत के प्रतिवर्ष करीब 23.5 करोड़ टन खाद्य अनाजों के उत्पादन का हवाला देते हुए कलाम ने कहा कि इस उत्पादन को दोगुना करना है क्योंकि लोगों की क्रय शक्ति और जनसंख्या दोनों बढ़ रही है। उन्होंने कहा, हम 23.5 करोड़ टन अनाज का उत्पादन करने के लिए 17 करोड़ हेक्टेयर भूमि का इस्तेमाल करते हैं। जबकि वर्ष 2020 तक भूमि की उपलब्धता घटकर 10 करोड़ हेक्टेयर हो सकती है।

 

कलाम ने कहा कि देश में 60 करोड़ लोग खेती की गतिविधियों में शामिल हैं और दुनिया में ऐसा कोई भी देश नहीं है जहां करीब 60 प्रतिशत आबादी कृषि-कार्य करती हो। उन्होंने कहा कि भारत में बहने वाली नदियां जो समुद्र में जाकर मिलती हैं उनमें से केवल एक तिहाई नदियों के जल का प्रबंधन कर लिया जाए तो भारत अत्यधिक मात्रा में कृषि उत्पादन करने लगेगा।  (एजेंसी)

First Published: Wednesday, December 14, 2011, 22:22

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