पार्टी आधारित सरकारों को खारिज करें: अन्ना

पार्टी आधारित सरकारों को खारिज करें: अन्ना

पार्टी आधारित सरकारों को खारिज करें: अन्नानई दिल्ली : पार्टी आधारित सरकारों की परिकल्पना को त्यागने की वकालत करते हुए अन्ना हजारे ने आज कहा कि चुनाव प्रचार सरकारी धन से करवाया जाये और पार्टियों द्वारा जमा किये गये धन को सरकारी खजाने में सौंप दिया जाये।

ब्लॉग पर किये गये नये पोस्ट में हजारे ने कहा कि इससे पार्टियों के पास उपलब्ध धनबल पर अंकुश लगेगा। इसके बाद में यह सुनिश्चित हो सकेगा कि पार्टियों द्वारा उतारे गये भ्रष्ट उम्मीदवारों को हराकर केवल ईमानदार एवं स्वच्छ छवि वाले उम्मीदवार चुनाव जीत पायेंगे।

अन्ना ने कहा, समय आ गया है कि देश के लोग उठे और खुद को संगठित करे तथा पार्टी आधारित किसी भी सरकार को खारिज कर दें। इसके लिए कानूनों में संशोधन और उनको कड़ाई से लागू करने की जरूरत है।’’ उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर लोगों को संगठित करने तथा चुनावी सुधार के लिए सरकार पर दबाव डालने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, सरकार को चुनाव खर्च पूरी तरह उठाना चाहिए और पार्टियों को सरकारी खजाने में अपना धन जमा करवाना चाहिए। यह जनता का धन है। इस लक्ष्य को सुनिश्चित करने के लिए एक राष्ट्रीय अभियान चलाने की जरूरत है। यदि ऐसा होता है तो पार्टियों के धनबल पर अंकुश लगेगा। हजारे का मानना है कि यदि धनबल कमजोर पड़ा तो आम आदमी की बात सुनी जायेगी और लोग भ्रष्ट उम्मीदवारों को जीतने नहीं दें।

वरिष्ठ गांधीवादी ने कहा, यदि ऐसा हुआ तो किसी को प्रदर्शन नहीं करना पड़ेगा, मार्च नहीं निकालना पड़ेगा और अनशन नहीं करना पड़ेगा। हजारे ने कहा कि वह अगले 18 माह तक देश का दौरा करेंगे और उन्हें उम्मीद है कि उनके आंदोलन में युवाओं की भागीदारी होगी। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, October 9, 2012, 19:58

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