पीएम के इस्तीफे की मांग पर अड़ा एनडीए

पीएम के इस्तीफे की मांग पर अड़ा एनडीए


नई दिल्ली : राजग के घटक दलों के नेताओं की बैठक में गुरुवार को कोयला ब्लॉक आवंटन के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे की मांग पर कायम रखने का फैसला लिया गया। भाजपा के सूत्रों के अनुसार पार्टी प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग से पीछे हटने को तैयार नहीं है और संसद के मौजूदा सत्र की शेष अवधि में भी गतिरोध बरकरार रहने के लिए तैयार है। मॉनसून सत्र की आखिरी बैठक सात सितंबर को है।

राजग के कार्यकारी अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी की अध्यक्षता में हुई गठबंधन के नेताओं की बैठक के बाद सूत्रों ने कहा कि गठबंधन ने प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग पर कायम रहने का फैसला किया है।

इससे पहले राज्यसभा में गतिरोध समाप्त करने के लिए सभापति हामिद अंसारी द्वारा बुलाई गई बैठक में भी भाजपा नीत राजग के सदस्य कैग की रिपोर्ट के मद्देनजर प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग पर अड़े रहे वहीं लोकसभा में पार्टी के सदस्यों ने स्पीकर मीरा कुमार द्वारा बुलाई गई इसी तरह की बैठक में भाग ही नहीं लिया।

अंसारी की ओर से बुलाई गयी बैठक में भाजपा और कांग्रेस के सदस्यों ने संसद में गतिरोध के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया। सभी ने गतिरोध समाप्त करने के सभापति के इरादे पर तो रजामंदी दिखाई लेकिन अपने रुख से नहीं हटे। समझा जाता है कि इस बैठक में उच्च सदन में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने दलील दी कि संसद का मतलब जवाबदेही है और सरकार इस भूमिका को कमजोर नहीं कर सकती। उधर कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि संसदीय प्रक्रियाएं कमजोर हो रहीं हैं और इसके लिए विपक्ष का रवैया जिम्मेदार है।

सूत्रों के अनुसार भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि राजग की सरकार के दौरान कांग्रेस ने तहलका मामला सामने आने पर 20 दिन तक संसद में कार्यवाही ठप की थी। (एजेंसी)

First Published: Thursday, August 23, 2012, 19:37

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