Last Updated: Wednesday, February 1, 2012, 15:40
नई दिल्ली : सेना ने पुणे में हुई एक घटना की जांच के आदेश दिए हैं, जिसमें पुलिस ने आरोप लगाया है कि प्रवेश निषेध क्षेत्र में पकड़े जाने पर सैनिकों के एक समूह ने उसके कांस्टेबलों पर हमला किया। सेना अधिकारियों ने आज यहां बताया कि कॉलेज ऑफ मिलिटरी इंजीनियरिंग ने एक कर्नल के नेतृत्व में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए हैं। जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि घटना उस समय हुई जब दो युवा अधिकारी एक पुल पर प्रवेश कर गए जो दोपहिया वाहनों के लिए नहीं है। पुल के दूसरे छोर पर एक कांस्टेबल ने उन्हें रोका और जुर्माना भरने को कहा। अधिकारियों ने दावा किया जब अधिकारी जुर्माना भर रहे थे तो तभी वहां दूसरा कांस्टेबल पहुंचा और उसने कहा कि हैल्मेट न पहनने पर सेना क्षेत्र में उसे प्रताड़ित किया गया था और अब वह उन्हें (दोनों युवा अधिकारियों) मजा चखा देगा। इस पर उनमें टकराव हो गया। दोनों अधिकारियों को तब पुलिस थाने ले जाया गया।
हालांकि स्थानीय पुलिस के अनुसार झगड़ा उस समय शुरू हुआ जब सीएमई से जुड़े मोटरसाइकिल सवार एक सैन्यकर्मी को शम्भाजी पुल पर प्रवेश निषिद्ध क्षेत्र में जाने से रोका गया। पुलिस ने बताया कि बाद में वह अपने साथियों के साथ लौटा और चौकी के नजदीक पुलिसकर्मियों पर कथित तौर पर हमला कर दिया। उन्होंने मौके पर पहुंचे मीडियाकर्मियों के कैमरे भी तोड़ दिए।
पुलिस उपायुक्त संजय जाधव ने बताया कि सीएमई के जवानों ने पुलिस कांस्टेबलों को कथित तौर पर गालियां दीं और हमला किया। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 1, 2012, 21:10