Last Updated: Friday, August 3, 2012, 10:34

ज़ी न्यूज ब्यूरो
पुणे/नई दिल्ली : महाराष्ट्र के पुणे में बुधवार शाम एक ही स्थान पर लगातार चार श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों की जांच में जुटी सुरक्षा एजेंसियों के हाथ अब तक कोई सुराग नहीं लगा है। इस घटना को अब तक तीन दिन बीत चुके हैं। सूत्रों के अनुसार, पुणे में बड़े हमले की साजिश थी। कहा जा रहा है कि डिजाइन की खामी से एक बड़ा हादसा टल गया।
सूत्रों के अनुसार, कम तीव्रता वाले ये सीरियल धमाके बड़े आतंकी साजिश का हिस्सा था। अब तक की जांच में यह खुलासा हुआ है कि हमले में शामिल विस्फोटकों का प्रयोग बड़े पैमाने पर क्षति के लिए किया गया था। हालांकि, इनके डिजाइन में कमी के चलते विस्फोटकों का प्रभाव कमतर रहा, जिससे बड़ा नुकसान होने से बच गया। जांच एजेंसियों ने दो निष्क्रिय किए गए आईईडी और विस्फोट के तरीके के आधार पर गहन विश्लेषण किया। जिसके बाद यह नतीजा सामने आया। फोरेंसिक विशेषज्ञों ने यह भी खुलासा किया है कि बमों में अमोनियम नाइट्रेट का ज्यादा इस्तेमाल हुआ है। इन्हें सक्रिय करने के लिए टाइमर घड़ी का इस्तेमाल किया गया है।
पुणे में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में आतंकियों ने अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया था। प्रारंभिक फारेंसिक जांच में यह बात सामने आई है। पुणे में सिलसिलेवार विस्फोटों के लिए कलाई घड़ियों का उपयोग किया गया था और जांचकर्ताओं द्वारा जुटाए गए सबूतों से आज ऐसा जान पड़ा कि इन विस्फोटों में घरेलू आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) का हाथ है। जांच से जुड़े आधिकारिक सू़त्रों ने कहा कि स्टील के बक्से में अमोनियम नाइट्रेट था जिसे इंडियन मुजाहिदीन जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठन इस्तेमाल करते हैं।
सूत्रों ने कहा कि स्टील बक्से के साथ टाइमर लगाया गया था और इसके साथ नियोजेल को जोड़ा गया। अमोनियम नाइट्रेट तेल का इस्तेमाल संवर्धित विस्फोटक उपकरण (आईईडी) को एक साथ बांधने के लिए किया गया।
पुणे पुलिस ने हालांकि चार लोगों को हिरासत में लिया है। इसमें विस्फोट के एकमात्र घायल दयानंद पाटील भी है। पुलिस ने पाटील की पत्नी सत्यशीला, दो भाइयों बालू एवं चिंटू देशमुख को भी हिरासत में लिया है। इन दोनों भाइयों की दुकान से विस्फोट में प्रयुक्त साइकिल खरीदी गई थी। पुणे के पुलिस आयुक्त गुलाबराव पोल ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि बालू एवं चिंटू से पूछताछ के बाद मालूम हुआ कि कुछ अज्ञात लोगों ने बुधवार सुबह साइकिल खरीदी थी। इससे पहले संयुक्त पुलिस आयुक्त संजीव कुमार सिंघल ने कहा था कि इस घटना के सम्बंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। उन्होंने कहा कि पाटील पर घटना में शामिल होने का संदेह है। सिंघल के मुताबिक, साइकिल दुकान के मालिक द्वारा दी गई सूचना के आधार पर संदिग्धों के स्केच बनाए जा रहे हैं। गौरतलब है कि बुधवार शाम पुणे कम शक्ति के चार विस्फोटों से दहल गया था।
First Published: Friday, August 3, 2012, 10:34