Last Updated: Sunday, July 28, 2013, 17:43
ज़ी मीडिया ब्यूरोलखनऊ/नई दिल्ली : आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा, कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय पार्टियां सनसनीखेज बयानों के जरिये मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने में जुटी हैं। मुस्लिम तुष्टीकरण के लिए यूपी विधानसभा चुनाव के वक्त बटला एनकाउंटर को लेकर दिग्विजय सिंह के बयान हों या आरएसएस पर दिग्गी के तीखे हमले। किसी ने कसर नहीं छोड़ी। वोटों का ध्रुवीकरण करने में भाजपा भी अब पीछे नहीं है।
उत्तर प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि 2014 में केन्द्र में अगर भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलता है, तो संविधान में संशोधन करके हम अयोध्या में राम मंदिर बनाएंगे। उन्होंने कहा कि डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के समय संविधान में संशोधन करके सोमनाथ मंदिर का निर्माण कराया गया था, इस तरीके से हम भी राम मंदिर बनाएंगे। वाजपेयी ने कहा कि गठबंधन धर्म की मजबूरियों की वजह से हम मंदिर नहीं बनवा सके, लेकिन पूर्ण बहुमत मिलने पर हम अपना वादा पूरा करेंगे।
लक्ष्मीकांत ने कहा कि मंदिर आंदोलन की शुरूआत विश्व हिंदू परिषद ने की थी। इसके बाद भाजपा ने `रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे` नारे के साथ मंदिर बनाने का वादा किया, लेकिन गठबंधन सरकार की वजह से ये वादा पूरा नहीं हो सका, जिसको हम पूरा करने चाहते हैं। मंदिर के साथ राष्ट्रवाद, सुशासन, विकास, महंगाई, भ्रष्टाचार, सुरक्षा आगामी लोकसभा चुनाव में हमारे प्रमुख चुनावे मुद्दे होंगे।
80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में भाजपा कितनी सीटें जीतेगी? इस सवाल के जवाब में वाजपेयी ने कहा कि जीत का आंकड़ा 50 सीटों के पार होगा। नरेन्द्र मोदी की यूपी में जनसभाएं शुरू होते ही भाजपा और अधिक मजबूत होगी।
First Published: Sunday, July 28, 2013, 17:20