Last Updated: Tuesday, March 27, 2012, 03:14
नई दिल्ली : सेना के दो पूर्व सेनाध्यक्षों ने ‘निम्न मानक’ के रक्षा सौदे को मंजूरी देने के लिए सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह को 14 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश किये जाने के मामले को गंभीर करार देते हुए सवाल किया किया कि सरकार ने तब कार्रवाई क्यों नहीं की जब इस बारे में रक्षा मंत्री को जानकारी दी गई।
जनरल (अवकाशप्राप्त) शंकर राय चौधरी ने आश्चर्य जताया कि सरकार ने अभी तक क्या कदम उठाए हैं, वहीं जनरल (अवकाशप्राप्त) वी पी मलिक ने जानना चाहा कि इस बारे में सिंह की ओर से या रक्षा मंत्री एके एंटनी की ओर से कोई पहल क्यों नहीं की गई जब उन्हें इस बारे में जानकारी हुई। रायचौधरी ने जानना चाहा, ‘सेनाध्यक्ष ने दावा किया है कि उन्होंने (14 करोड़ रिश्वत के मामले में) रक्षा मंत्री को सूचना दी थी जो कि बिल्कुल सही कदम है। लेकिन रक्षा मंत्री ने इस बारे में अभी तक क्या किया है?’
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 27, 2012, 12:00