Last Updated: Monday, August 20, 2012, 09:12

बेंगलूर/चेन्नई : असम में हुई हिंसा का बदला लेने की अफवाहों के खौफ से पूर्वोत्तर के लोगों के कर्नाटक और तमिलनाडु से लौटने के सिलसिले में कमी आई। बेंगलूर में सुरक्षा इंतजामों को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए पुलिस के कुल 17,000 जवान तैनात किए गए हैं वहीं सरकार ने पूर्वोत्तर के लोगों में विश्वास की भावना जगाने के लिए अपने सुरक्षा तंत्र को कसे रखा।
पुलिस आयुक्त ज्योति प्रकाश मिर्जी ने संवाददाताओं को बताया कि सीआरपीएफ और रैफ की तीन-तीन कंपनियां, कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस की 25 पलटन और सीएआर की 35 पलटन, 1500 प्रशिक्षु पुलिसकर्मी और 500 गृह रक्षकों को भी तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस आयुक्त कहा कि हम आज शाम तक 100 गृह रक्षकों के आने की भी उम्मीद कर रहे हैं।
प्रदेश के गृह मंत्री आर. अशोक ने नगालैंड के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की, जिसमें दो दो मंत्री और पुलिस महानिरीक्षक शामिल थे और कहा कि सरकार के आश्वस्त किए जाने के बाद पलायन रुका। प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद संवाददाताओं को उन्होंने बताया कि सब कुछ शांत है। परेशान होने की कोई बात नहीं है। मैंने पुलिस आयुक्त को 20 अगस्त को 24 घंटे काम करने को कहा है। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 20, 2012, 09:12