Last Updated: Friday, August 17, 2012, 14:16

नयी दिल्ली : भय के कारण देश के विभिन्न हिस्सों से पलायन करने वाले पूर्वोत्तर के लोगों के जख्मों पर मरहम लगाते हुए लोकसभा ने आज एक स्वर से डर पैदा करने की अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
लोकसभा में पूर्वोत्तर के लोगों के पलायन के विषय को महत्व देते हुए आज सदन शुरू होने पर इस मुद्दे पर गंभीर चर्चा हुई और प्रश्नकाल नहीं हुआ।
विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने चर्चा की शुरूआत करते हुए कहा, ‘हमें दलगत भावना से उपर उठकर पूर्वोत्तर के लोगों को एक स्वर में यह संदेश देना है कि उन्हें भयभीत होने की जरूरत नहीं है, यह देश उनका है और उन्हें देश किसी भी हिस्से में रहने, पढ़ने और नौकरी करने का अधिकार है।’ उन्होंने पूर्वोत्तर के लोगों में विश्वास बहाली के उपाए करने के लिए पूर्वोत्तर के लोगों के लिए हेल्पलाइन बनाने और देश के जिन क्षेत्रों में पूर्वोत्तर के अधिक लोग रहते हैं तथा उनके छात्रावासों के पास पुलिस गश्त बढ़ाने के सुझाव दिए।
कांग्रेस के निनांग एरिंग ने कहा कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु समेत देश के कुछ क्षेत्रों में पूर्वोत्तर के लोगों से जुड़ा जो दृश्य सामने आया है, वह काफी दुखद है।
उन्होंने कहा, ‘मंगोल शक्ल के लोगों को निशाना बनाया जाना ठीक नहीं है। अफवाहें फैलने के कारण ऐसा हो रहा है। इस कार्य में दूसरे देश के तत्वों के साथ भीतर के लोग भी हो सकते हैं। इसमें कोई साजिश लगती है।’’ एरिंग ने कहा, ‘ जो लोग अफवाहें फैला रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। सभी लोगों और सांसदों को अपने अपने क्षेत्र में पूर्वोत्तर के लोगों कों सुरक्षा प्रदान करने में मदद करनी चाहिए।’
सपा के रेवती रमण सिंह ने कहा कि यह सुनियोजित षड्यंत्र है जिसे कुछ तत्वों ने जानबूझ कर फैलाया है। रेलवे स्टेशनों पर ऐसे दृश्य सामने आए हैं जैसे कोई बड़ा खतरा उत्पन्न हो गया हो। उन्होंने कहा, ‘ देश में आत्मविश्वास और भाईचारे को ठेस पंहुची है। ऐसी स्थिति में हमें अफवाहें फैलाने वाले लोगों पर तत्काल कार्रवाई करने की जरूरत है तभी पूर्वोत्तर के लोगों में विश्वास पैदा हो सकेगा।’ बसपा के दारा सिंह चौहान ने कहा कि देश में किसी भी स्थान में जाना, पढ़ना या नौकरी करना हर भारतीय का संवैधानिक अधिकार है। ऐसी अफवाहों के माध्यम से इस संवैधानिक अधिकार पर आघात करने की साजिश चल जा रही है।
जद यू के शरद यादव ने कहा कि आजादी के बाद देश की उम्र बढ़ी है, सभ्यता बढ़ी है लेकिन लगता है कि सभ्य आचरण नहीं बढ़ा।
उन्होंने सरकार से जानना चाहा कि ‘ कौन है जो अफवाह फैला रहे हैं, मुम्बई में किसने अफवाह फैलायी। पूरी साजिश का पर्दाफाश हो। पूर्वोत्तर भारत का मुकुट है, अगर सिर नहीं तब धड़ की कल्पना नहीं की जा सकती।’ तृणमूल के सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि पूर्वोत्तर के लोगों में विश्वास एवं सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए एक संसदीय शिष्टमंडन प्रभावित क्षेत्र में भेजा जाना चाहिए और अफवाहें फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 17, 2012, 14:16