Last Updated: Thursday, May 17, 2012, 09:33
नई दिल्ली : सरकार ने देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में अलगाववाद को बढ़ावा देने में चीन की कथित संलिप्तता का मामला राजनयिक स्तर पर साम्यवादी देश के समक्ष उठाया है। चीन ने कहा है कि वह भारत विरोधी किसी ताकत का समर्थन नहीं करता।
विदेश राज्य मंत्री परनीत कौर ने आज राज्यसभा को बताया कि चीन सरकार ने सूचित किया है कि वे ऐसे सशस्त्र गुटों को कभी समर्थन नहीं देंगे जो भारत सरकार के खिलाफ हैं। उन्होंने डा. जनार्दन वाघमरे के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि चीन के विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा है कि चीन सरकार हमेशा अन्य देशों के आंतरिक मामलों में दखल न देने के सिद्धांत का पालन करती है और भारत विरोधी ताकतों का समर्थन नहीं करती।
विदेश राज्य मंत्री ने बताया कि भारत और चीन आतंकवाद विरोधी वाषिर्क वार्ता करते हैं जिसमें दोनों पक्ष इससे संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विचारविमर्श करते हैं। इस वार्ता का पांचवा दौर एक मार्च 2012 को नयी दिल्ली में आयोजित किया गया था।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, May 17, 2012, 15:03