Last Updated: Thursday, September 15, 2011, 12:13
ज़ी न्यूज़ ब्यूरोनई दिल्ली : एक बार फिर महंगाई की मार आम आदमी पर पड़ी है. पेट्रोल के दामों में 3.14 से 3.32 रुपए प्रति लीटर का इजाफा कर दिया गया है जो गुरुवार आधी रात से लागू हो जाएगा. कुछ दिनों से पेट्रोल की कीमतें बढ़ने के कयास लगाए जा रहे थे. तेल कंपनियों की इसी मसले पर गुरुवार को बैठक थी जिसमें तेल के दाम बढ़ाने का फैसला लिया गया.
पेट्रोल की कीमतों में इजाफे के बाद दिल्ली में अब उपभोक्ताओं को 66.84 रुपए प्रति लीटर की कीमत चुकानी पड़ेगी. पहले इसकी कीमत 63.70 रुपये प्रति लीटर थी. इसी तरह से मुंबई में 68.62 रुपये से 71. 62 रुपये प्रति लीटर, कोलकाता में 68.01 रुपये से 71.15 रुपये और चेन्नई में 67.50 रुपये से 70.64 रुपये प्रति लीटर हो गया है.
सरकारी कंपनियों का घाटा कम करने के लिए 14 सितंबर से ही पेट्रोल की कीमतों में इजाफा किये जाने के कयास लगाये जा रहा थे. सूत्रों के मुताबिक पेट्रोलियम पदार्थों की बिक्री करने वाली कंपनियों को पेट्रोल के मौजूदा दाम पर 2.61 रुपए लीटर का नुकसान उठाना पड़ रहा है. कुल मिलाकर तीनों तेल कंपनियों को पेट्रोल पर रोजाना 15 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है.
गौरतलब है कि सरकार ने पिछले साल जून में ही पेट्रोल के दाम को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर दिया था. कभी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ने तो कभी डालर के मुकाबले रुपए की विनिमय दर गिरने से तेल कंपनियों की लागत बढ़ती चली गई. इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम को इस साल अब तक केवल पेट्रोल की बिक्री पर 2,450 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. पेट्रोल के दाम यदि मौजूदा स्तर पर बने रहे तो तेल कंपनियों को वर्ष की बाकी अवधि में 2,850 करोड़ रुपए का नुकसान और उठाना होगा.
शुक्रवार को मंत्रिमंडल समूह की बैठक है जिसमें एलपीजी सिलेंडर से सब्सिडी हटाए जाने पर फैसला लिया जा सकता है. अगर रसोई गैस से सब्सिडी हटाई गई तो उपभोक्ताओं के लिए दोहरा झटका होगा.
First Published: Thursday, September 15, 2011, 23:58