पेट्रोल और डीजल के दामों पर राज्यसभा 2 बार स्थगित

पेट्रोल और डीजल के दामों पर राज्यसभा 2 बार स्थगित

पेट्रोल और डीजल के दामों पर राज्यसभा 2 बार स्थगित  नई दिल्ली : पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि को लेकर सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक आज शुरू होने के बाद 15-15 मिनट के लिए दो बार स्थगित की गई। पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि का मुद्दा तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने उठाया और कहा कि यह देश की जनता से जुड़ा मुद्दा है और इस पर सबसे पहले चर्चा की जानी चाहिए। सभापति हामिद अंसारी ने सदस्यों से शून्यकाल में अपने अपने मुद्दे उठाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि शून्यकाल के तहत उठाए जाने वाले मुद्दों में पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि का मुद्दा शामिल है इसलिए सदस्य अपनी बारी आने पर यह मुद्दा उठा सकते हैं।

डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि पूरा देश पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि से प्रभावित हो रहा है इसलिए यह मुद्दा सबसे पहले उठाया जाना चाहिए। उनकी ही पार्टी के सुखेंदु शेखर राय ने कहा कि इस मुद्दे को उठाने के लिए उनकी पार्टी की ओर से नोटिस दिया गया है। अंसारी ने कहा कि उन्हें नोटिस मिल चुका है और यह मुद्दा सूची में शामिल है। लेकिन मुद्दे उठाने की एक स्थापित प्रक्रिया है और उसके अनुसार सूचीबद्ध मुद्दे सदस्य उठा सकते हैं। तृणमूल सदस्य अपना मुद्दा पहले उठाने की बात पर अड़े रहे। कुछ वाम सदस्य और सपा सदस्य भी यह मुद्दा उठाने की मांग करते देखे गए।

भाजपा के एम वेंकैया नायडू ने भी तृणमूल सदस्यों की मांग का समर्थन करते हुए कहा, लगभग सभी सदस्य यह मुद्दा उठाना चाहते हैं इसलिए इस मुद्दे को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इसे पहले उठाया जाना चाहिए। डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि संसद का सत्र चल रहा है इसके बावजूद पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि की घोषणा संसद के बाहर की गई। नायडू ने कहा कि पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि के साथ साथ रात को पेट्रोल पंप बंद करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा की जानी चाहिए। इसी बीच तेदेपा सदस्यों ने पृथक तेलंगाना के गठन का विरोध शुरू कर दिया। उनके हाथों में पोस्टर थे। सभापति ने उनसे सदन में पोस्टर न दिखाने को कहा।

अंसारी ने कहा, मैं इस बारे में कुछ नहीं कर सकता। शून्यकाल में मुद्दे उठाने की एक प्रक्रिया है और उसका पालन करना चाहिए। उन्होंने सदस्यों से पूछा कि वह शून्यकाल चाहते हैं या नहीं। ज्यादातर सदस्यों ने पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि का मुद्दा पहले उठाने की मांग दोहराई। हंगामा थमते न देख सभापति ने 11 बज कर करीब 8 मिनट पर बैठक 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी।

सदन की बैठक पुन: शुरू होने पर वही नजारा देखा गया। उप सभापति पी जे कुरियन ने कहा कि पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि का मुद्दा सूची में शामिल है और स्थापित प्रक्रिया के अनुसार ही मुद्दे उठाए जाने चाहिए। तृणमूल सदस्य अपनी मांग पर अड़े रहे। उनके हाथों में पोस्टर भी थे। कुरियन ने उनसे सदन में पोस्टर न दिखाने को कहा। इसी बीच तेदेपा के सी एम रमेश और वाई एस चौधरी पृथक तेलंगाना के गठन का विरोध करते हुए आसन के समक्ष आ गए। उनके हाथों में पोस्टर भी थे।

कुरियन ने उनसे बार बार कहा कि वह सदन में पोस्टर न दिखाएं और अपने स्थानों पर लौट जाएं। उन्होंने कहा, आप हर दिन मुझे क्यों बाध्य करते हैं कि मैं आपके खिलाफ कार्रवाई करूं। लेकिन तेदेपा सदस्य वापस नहीं गए। इसके बाद कुरियन ने नियम 255 के तहत सी एम रमेश और वाई एस चौधरी को सदन से दिन भर के लिए निलंबित कर दिया।

उन्होंने सदस्यों से शांत रहने और शून्यकाल के तहत उठाए जाने वाले मुद्दे उठाने के लिए कहा। लेकिन तृणमूल सदस्य पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि का मुद्दा पहले उठाने की मांग पर अड़े रहे। हंगामा थमते न देख कुरियन ने बैठक 11 बज कर करीब 32 मिनट पर 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी। (एजेंसी)

First Published: Monday, September 2, 2013, 13:50

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